गाजियाबाद। टेलीकॉम विभाग के पूर्व अधिकारी से सोने में निवेश के नाम पर 20 लाख से ज्यादा की ठगी कर ली। सिंगापुर की महिला ने उनसे चार बार में यह रकम एक एप के जरिए वॉलेट में जमा कराए। एक बार उन्हें मुनाफा भी दिया गया, लेकिन इसके बाद पैसा देना बंद कर दिया। पूर्व अधिकारी ने उनसे सोने की ट्रेडिंग बंद कर रकम वापस मांगी तो उन्होंने 12 लाख रुपये और जमा करने पर पैसा निकालने का विकल्प खुलने की बात कही। पीड़ित ने मधुबन-बापूधाम थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
एएलटी सेंटर परिसर में रहने वाले दीपेंद्र कुमार सिंघल टेलीकॉम विभाग में संयुक्त सचिव पर रह चुके हैं। उनके मुताबिक 6 दिसंबर 2021 को उनके पास अन्ना ली नाम की महिला का कॉल आया। महिला ने खुद को सिंगापुर निवासी और डाट गोल्ड कंपनी का गोल्ड एनालिस्ट बताते हुए सोने में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का प्लान बताया। प्लान पर वह राजी हो गए।
महिला ने उन्हें डॉट गोल्ड नाम का एक एप डाउनलोड कराया और 50 हजार रुपये से निवेश शुरू करा दिया। इस रकम पर उन्हें मुनाफा मिला और यह रकम उनके अपने खाते में ट्रांसफर कर दी गई। इसके बाद उन्हें और ज्यादा मुनाफे की स्कीम बताई गई और 2.4 लाख रुपये एप के वॉलेट में जमा करा ली गई। इसके बाद मुनाफे की रकम दो खातों में ट्रांसफर कर दी गई।
रकम लातूर निवासी रामचंद्र थोराट के खाते में भेज दी गई। इसके बाद कहा गया कि यह रकम 20 लाख रुपये और निवेश करने पर मिलेगी। इतनी बड़ी रकम जमा करने में दीपेंद्र सिंघल ने असमर्थता जताई तो महिला ने कहा कि वह 10 लाख रुपये जमा करा देंगे तो उनकी कंपनी अपनी तरफ से 10 लाख रुपये जमा करा देगी। इसके बाद दीपेंद्र ने 10 लाख रुपये और जमा करा दिए।
इसके बाद कंपनी ने रकम नहीं दी। दीपेंद्र कुमार ने रकम वापस मांगी तो उन्होंने कहा कि 12 लाख रुपये और जमा कराने पर उन्हें मुनाफे और मूल रकम वापस कर दी जाएगी। उन्होंने 12 लाख रुपये न होने की बात कही तो 6-6 लाख रुपये कंपनी और दीपेंद्र की तरफ से जमा कराने पर सहमति बन गई। उन्होंने 6 लाख रुपये और जमा करा दिए, लेकिन सिंगापुर की महिला ने कहा कि कंपनी पैसा जमा नहीं करा सकती है। इसके बाद उन्हें ठगी का पता चला।