यूपी के इस जिले में आयकर देने वाले 7130 किसानों ने ली सम्मान निधि, अब होगी रिकवरी

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बुलंदशहर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से जुड़े 7130 किसान आयकरदाता हैं और योजना के पात्र नहीं हैं। इनसे सम्मान निधि की प्राप्त की गई राशि की भी रिकवरी के आदेश हो गए हैं। अभी तक 1200 से अधिक किसानों को नोटिस जारी हो चुके हैं। वहीं, इस सूची में 231 किसान अपात्र और 189 किसान मृतक शामिल थे। इन सभी के विभाग की ओर से योजना से संबंधित खाते बंद करा दिए हैं।

जिले में इस समय प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने वाले किसानों की संख्या 3.76 लाख तक पहुंच गई है। योजना के तहत सरकार की ओर से शामिल किसान को प्रति वर्ष छह हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान है। यह राशि दो-दो हजार रुपये की किस्त में तीन बार दी जाती है। वहीं भारत ने योजना की पात्रता के लिए जो मानक तय किए गए हैं। उसके अनुसार आयकरदाता सम्मान निधि के लिए अपात्र हैं, लेकिन ज्यादातर किसान ऐसे हैं, जो किसान समूह व सरकारी दफ्तरों से मांगे जाने के चलते पैन कार्ड बनवा रखे हैं। ढाई लाख रुपये की इनकम टैक्स फ्री होने के कारण ऐसे किसान प्रतिदिन आईआर भी फाइल करते हैं।

कई ऐसे किसान भी है, जिन्होंने ट्रैक्टर आदि वाहन खरीद करने के लिए आईटीआर फाइल किया हैं, जबकि वे आयकर के दायरे में नहीं आते हैं। भारत सरकार ने आयकर का फार्म तक भरने वाले किसानों को आयकर दाता मान लिया है। कृषि विभाग को गत माह आयकर का फार्म भरने वाले 7130 किसानों की सूची उपलब्ध करवाकर उनसे अब तक मिली सम्मान निधि की रिकवरी कराने के आदेश दिए थे। यह आदेश मिलते ही विभाग की ओर से उक्त किसानों को नोटिस जारी कर योजना के तहत प्राप्त की गई राशि को वापस करने के आदेश दिए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की यह भी चेतावनी है कि नोटिस के बाद यदि किसान राशि को वापस नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ आगामी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अफसरों ने यह भी दावा किया कि इस सूची में शामिल 231 किसान अपात्र और 189 मृतक किसानों के योजना से संबंधित खाते बंद करा दिए गए हैं।

प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना से जुड़े जिले के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। उनकी सम्मान निधि की दो-दो हजार रुपये की राशि उनके बैंक खातों में पहुंच गई है। कृषि उप निदेशक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जिले के 3.76 लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं। इनमें से गत दिनों 3.06 लाख किसानों की दो-दो हजार रुपये की किस्त जारी कर दी गई थी। अब यह राशि किसानों के बैंक खातों में पहुंच गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकतर किसानों के दस्तावेज आदि पूरे नहीं होने के कारण योजना से वंचित चल रहे हैं। ऐसे किसान कार्यालय में पहुंचकर दस्तावेज आदि पूरे कर योजना में लगातार शामिल हो रहे हैं।

उप कृषि निदेशक आरपी चौधरी का कहना है कि भारत सरकार की ओर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित एक सूची जारी की गई थी। इसमें 7130 किसान आयकरदाता हैं और उनसे निधि की प्राप्त की गई राशि की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अब तक 1200 से अधिक किसानों को नोटिस जारी हो गए हैं। जबकि सूची में शामिल 21 अपात्र और 189 मृतक किसानों के योजना से संबंधित खाते बंद करवा दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर पिछले दिनों जिले के 3.06 लाख किसानों की सम्मान निधि भी उनके खातों में पहुंच गई है।
[01:51, 18/08/2021] Au Deepak Kaushik: युवक की हत्या कर बिटोरे में जला दिया था शव, दो साल बाद पकड़े गए आरोपी
बुलंदशहर। हरियाणा के फरीदाबाद निवासी युवक का अपहरण कर उसकी हत्या के बाद शव को बिटोरे में जलाने के आरोपी दो साल से फरार चल रहे थे। मामले में महिला समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

नौ जुलाई 2019 को चोला चौकी क्षेत्र के गांव निठारी के जंगल में ग्रामीणों ने जले हुए एक बिटोरे में मानव कंकाल के अवशेष देखे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कंकाल के अवशेषों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी थी। मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया था जब अटेरणा थाना छायसा फरीदाबाद निवासी रूपचंद पुत्र पप्पू ने चोला चौकी पहुंचकर बताया था कि उसके पुत्र बबलू को निठारी निवासी पिंकी, राजीव, बॉबी ने अगवा कर उसकी हत्या करके बिटोरे में उसके शव को जला दिया है।

20 अक्तूबर 2019 को रूपचंद ने तीनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद विवेचना को चोला चौकी ट्रांसफर कर दिया गया था। जिसके बाद से ही पुलिस मामले की जांच में जुटी थी और तीनों आरोपी फरार चल रहे थे। चौकी प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि मंगलवार को उन्हें सूचना मिली कि तीनों आरोपी कार से कहीं फरार होने की फिराक में है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने तीनों आरोपियों को नैथला के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

चौकी प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक बबलू के पिंकी, राजीव, बॉबी पर करीब डेढ़ लाख रुपये उधार थे। वहीं बबलू शराब पीकर तीनों लोगों को गाली भी देता था। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि लेनदेन के विवाद और शराब पीकर अपमानित करने का बदला लेने के लिए उन्होंने बबलू की हत्या की। पहचान छिपाने को उन्होंने उसके शव को बिटोरे में जला दिया।

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