इस महाशिवरात्रि को 150 साल बाद बन रहा है अद्भुत संयोग, जानिए भोलेनाथ की पूजा की विधि

bholenath
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सहारनपुर। महाशिवरात्रि पर इस बार 150 साल बाद शिव शक्ति संयोग बन रहा हैए जो अतिफलदायी है। विधिपूर्वक भोले बाबा की पूजा करने से विशेष कृपा बरसेगी। राधा विहार स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने बताया कि 150 साल बाद शिव शक्ति संयोग बना है।

इस संयोग पर महाशिवरात्रि पर्व का अति महत्व है। विधि विधान से पूजा अर्चना करने पर महादेव की कृपा बरसेगी। सात्विक भाव से भोले बाबा की आराधना करने से सभी कष्ट दूर होंगे।

ब्रह्मपुरी कॉलोनी स्थित श्री बगलामुखी मंदिर के अधिष्ठाता आचार्य रोहित वशिष्ठ का कहना है कि समस्त देवी देवताओं में भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान है। महाशिवरात्रि पर व्रत रखने से महादेव प्रसन्न होते हैं। शिव की पूजा करने के लिए सबसे सरल विधि है। प्रातरूकाल स्नान कर भगवान शंकर के मंदिर में जाकर शिवलिंग के समक्ष बैठकर पूजा करें।

भगवान शिव की पूजा से पहले शिवगणों की आराधना करनी चाहिए। इनमें श्री गणेश जीए माता पार्वतीए श्री कार्तिक भगवानए श्री नंदीश्वरए सर्पए गंगा शामिल है। पूजन सामग्री भगवान शिव को अर्पण करते हुए ऊं नमरू शिवाय का जाप अवश्य करें। भोलेनाथ को कम से कम पांच वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए। इनमें चंदनए पुष्पए बेलपत्रीए धूपए दीपक और भोग शामिल है।

आचार्य रोहित वशिष्ठ का कहना है कि सर्वप्रथम भगवान शिव और उनके गणों को प्रणाम करना चाहिए। उसके बाद भगवान शिव को शुद्ध जल से स्नान कराना चाहिए। गाय का दूधए दहीए घीए शहद और शक्कर को मिलाकर पंचामृत से भगवान का अभिषेक करें। स्नान कराने के बाद उन्हें गंगाजल से दोबारा स्नान कराएं। उसके पश्चात चंदन का तिलक लगाएं। बेलपत्र भगवान को चढ़ाएए धूप.दीपक दिखाएं और भोग लगाएं। इसके साथ ही एकांत स्थान में बैठकर 108 बार ऊं नमरू शिवाय का जाप करें।

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