बुलंदशहर। औरंगाबाद क्षेत्र के मूढ़ी बकापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में बुधवार सुबह पानी की टंकी की दीवार के नीचे दबकर कक्षा आठ की छात्रा भावना (13) की मौत हो गई। हादसे के बाद सीडीओ के आदेश पर पूर्व प्रधान, ग्राम सचिव, जेई लघु सिंचाई और ठेकेदार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। देर शाम बीएसए तीन अध्यापकों को निलंबित कर दिया।
ज्ञानचंद जाटव की पुत्री भावना स्कूल में पानी पी रही थी कि तभी टंकी की दीवार ढह गई। परिजन भावना को दीवार के मलबे से निकाल अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर औरंगाबाद योगेंद्र मलिक, तहसीलदार, लेखपाल, ग्राम पंचायत सचिव, ठेकेदार, पूर्व प्रधान समेत तमाम लोग गांव में पहुंचे। परिजनों ने गमगीन माहौल में छात्रा का अंतिम संस्कार कर दिया। सीओ सिटी संग्राम सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर से थाने में कोई तहरीर नहीं दी गई है और न ही पोस्टमार्टम कराया।
इनके खिलाफ रिपोर्ट
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक पांडेय ने बताया कि पूर्व प्रधान ज्ञानेंद्र, सचिव मुकेश कुमार, अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग संदीप कुमार आर ठेकेदार सुनीता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज करवा दी है। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद इनकी लापरवाही सामने आई है। ग्राम सचिव मुकेश कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की भी करने की तैयारी अंतिम चरण में है।
नौ माह में ही गिर गई दीवार
मूढ़ी बकापुर के सरकारी स्कूल में गिरी दीवार नौ माह पहले ही बनाई गई थी। यहां प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय को आपस मर्ज कर दिया था। अक्तूबर 2020 में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत पानी पीने के लिए दीवार खड़ी कराकर उसमें टोटियां लगवाई गई थीं। एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत सचिव और जेई की हरी झंडी मिलने के बाद ही फरवरी 2021 में इसका पूरा भुगतान हुआ था। जिला पंचायती राज अधिकारी प्रीतम सिंह ने बताया कि यहां इस निर्माण में खर्च राशि एवं गुणवत्ता आदि की जांच की जा रही है।
मां बोली- मैडम ने बुलाई थी छात्रा
भावना की मां सोनिका ने बताया कि 6-7 दिन से मैडम बड़ी लड़कियों को पढ़ाने के लिए स्कूल में बुलाती थीं। बुधवार को भावना भी स्कूल गई थी। भावना की सहपाठी गुनगुन, अंजू ने बताया कि वह भी दो सप्ताह से विद्यालय में पढ़ने जा रही थी। उनके साथ भावना भी थी। बुधवार को भावना पानी पीने के लिए गई थी कि तभी दीवार गिर पड़ी।
अध्यापक ने किया इनकार
स्कूल में सहायक अध्यापक श्योदान सिंह ने कहा कि पढ़ने के लिये किसी भी छात्रा को नही बुलाया जा रहा है। विद्यालय खुला होने के कारण लड़की पानी पीने के लिये आई थी।
बीएसए को भी दो बजे तक नहीं चला पता
स्कूल में हुए हादसे से बीएसए बीएसए अखंड प्रताप सिंह दो बजे तक अनभिज्ञ रहे। बीएसए ने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक शिवदान सिंह ने स्कूल का गेट खोल रखा था और यह भी पता करना उचित नहीं समझा की छात्रों को स्कूल में किस कारण बुलाया गया है। जबकि स्कूल में छात्रों को बुलाने पर रोक है। छात्राओं की ओर से वायरल हो रहे वीडियो से साबित हो गया है कि उन्हें कई दिन से बिना वजह स्कूल बुलाया जा रहा था। शिक्षिका अंशु और अलका की भी लापरवाही सामने आ रही है। इन तीनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
कमीशनखोरी की ऑडियो हुई थी वायरल
लखावटी ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों के कमीशन के खेल में करीब चार माह पहले ग्राम पंचायत सचिव की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसमें कमीशन खोरी का भंडाफोड़ हुआ था। वह ऑडियो मूढ़ी बकापुर प्रकरण में नामजद सचिव के भाई की थी। दोनो सगे भाई लखावटी ब्लॉक में ही सचिव के पद पर तैनात हैं।