मरीजों को हो सकती है परेशानी, एंबुलेंस कर्मियों ने दी हड़ताल की चेतावनी

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मेरठ। एंबुलेंस कर्मचारी संघ के आह्वान पर महिला अस्पताल के सामने एंबुलेंस कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने ठेका प्रथा खत्म कर समान वेतन देने की मांग की। ऐसा न होने की स्थिति में रविवार रात 12 बजे से ही एंबुलेंस खड़ी कर चक्का जाम की चेतावनी दी।

एंबुलेंस कर्मचारियों ने कहा कि एएलएस एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मचारियों को कंपनी बदलने के बाद बंदला न जाए। अनुभवी कर्मचारियों को ही रखा जाना चाहिए। कोरोना महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभा रहे एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा से मुक्त किया जाए।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मृतक आश्रितों के परिवार को 50 लाख रुपये की बीमा राशि और सरकार से अतिरिक्त पहायता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस कर्मचारी नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन नहीं है। ऐसे में यूनतम वेतन और चार घंटे का ओवरटाइम दिया जाए। दो न से एंबुलेंस कर्मचारी धरने पर हैं।

कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर रविवार रात 12 जे तक मांगे नहीं मानी गई और कर्मचारियों का मायोजन नहीं किया गया तो एंबुलेंस सेवा बंद की एगी।

उधर, सीएमओ कार्यालय के लिपिकों का कार्य बहिष्कार लगातार छठे दिन भी जारी रहा। स्वास्थ्य विभाग में हाल में लिपिक श्रेणी के कर्मचारियों के स्थानांतरण किए गए हैं। इनके विरोध में सोमवार से स्वास्थ्य विभाग के बाबू कार्य बहिष्कार किए हुए हैं। इसके चलते स्वास्थ्य केंद्र, सीएमओ कार्यालय, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल समेत मेडिकल कॉलेज में कार्य प्रभावित रहा।

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