
बागपत। जिले के बिनौली थाना क्षेत्र के गांव रंछाड़ में कोरोनारोधी टीकाकरण कैंप में पुलिसकर्मियों से हाथापाई के बाद पुलिस ने आरएसएस पदाधिकारी के घर में घुसकर तांडव मचाया। महिलाओं से अभद्रता और तोड़फोड़ की। उनकी पत्नी, भाभी और पड़ोसी को हिरासत में लेकर थाने चली आई।
पहले पिटाई और बाद में मां को हिरासत में लिए जाने से आहत आरएसएस पदाधिकारी के पुत्र अक्षय (19) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद ग्रामीण भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। रात करीब 12 बजे तक छह घंटे बाद भी ग्रामीणों ने पुलिस को शव नहीं सौंपा था और थाने में तैनात पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग कर रहे थे।
अक्षय के पिता रामनिवास राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खंड संचालक हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को गांव रंछाड़ में टीकाकरण कैंप लगाया था। दोपहर को अक्षय भी शिविर में अपनी मां मधु (62) को टीका लगवाने पहुंचा था, उसने उनकी की उम्र का हवाला देते हुए पहले टीका लगवाने को कहा। लाइन में लगने को लेकर उसकी वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से कहासुनी हो गई।
एक पुलिस कर्मी सलीम ने अक्षय को तमाचा मार दिया। इसके बाद दोनों में हाथापाई हो गई। पुलिस ने दबिश के दौरान कुर्सियां और गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और ट्रैक्टर में भी तोड़फोड़ की। विरोध करने पर महिलाओं से अभद्रता की।
मधु, उनकी जेठानी कमलेश पत्नी कृष्णपाल व गांव के ही धर्मवीर सिंह को हिरासत में लेकर थाने चली आई और अक्षय के खिलाफ थाना बिनौली पर रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। गांव में तनाव को देखते हुए आसपास के कई थानों की पुलिस और पीएसी को बुला लिया गया है।
अक्षय ने पुलिस कर्मियों से मारपीट की थी, जिससे कैंप में अव्यवस्था फैल गई। युवक के खिलाफ बिनौली थाने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। बाद में उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। – अभिषेक सिंह, एसपी