
बुलंदशहर। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चोला औद्योगिक क्षेत्र स्थित बिबकॉल कंपनी में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन के एक करोड़ डोज का उत्पादन हर महीने होगा। एक करोड़ वैक्सीन की पहली खेप फरवरी 2022 में सप्लाई होगी। कंपनी प्रबंधन ने लैब और बिल्डिंग के लिए सरकार को करीब 90 करोड़ रुपये का डिमांड प्रस्ताव भेजा है।
बिबकॉल कंपनी की स्थापना वर्ष 1989 में पोलियो के खात्मे के लिए वैक्सीन बनाने के उद्देश्य से हुई थी। वर्ष 1996 में कंपनी ने पोलियो वैक्सीन का उत्पादन शुरू किया था। करीब तीन माह पहले बिबकॉल को कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए केंद्र सरकार ने अनुमति जारी की थी। इसके लिए 30 करोड़ रुपये भी जारी किए गए थे। अब कंपनी जनवरी में उत्पादन शुरू कर पाएगी।
वैक्सीन मैन बेंजवाल की मृत्यु से झटका
सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन बनाने के आदेशों के बाद कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट चंद्र वल्लभ बेंजवाल को प्रोजेक्ट का हेड नियुक्त किया गया था। करीब दो माह पहले चंद्र वल्लभ बेंजवाल की बीमारी के कारण मौत होने से प्रोजेक्ट पर असर पड़ा है। अब कंपनी प्रबंधन ने उनके स्थान पर आरके शुक्ला को वैक्सीन प्रोडक्शन की जिम्मेदारी दी है। जिसके चलते एक बार फिर से प्रोजेक्ट में तेजी आने की उम्मीद है।
पोलियो वैक्सीन के बनाए 170 करोड़ डोज
बिबकॉल ने 1989 से अब तक देश में पोलियो वैक्सीन के 170 करोड़ का उत्पादन किया है। कई अन्य देशों को भी बिबकॉल द्वारा बनाई गई पोलियो वैक्सीन की सप्लाई की जाती है।
तय समय पर होगा काम
फरवरी में एक करोड़ डोज सप्लाई करने के लिए सरकार को आश्वस्त किया गया है। प्रतिमाह एक करोड़ डोज बनाने का लक्ष्य है। अभी करीब 90 करोड़ रुपये का डिमांड प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया है – सुनील कुमार शर्मा, एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट, बिबकॉल