मेरठ। रिटायर्ड आर्मी कैप्टन के पोते को ब्लैकमेल कर साइबर अपराधियों ने आठ लाख रुपये ठग लिए। करीब एक महीने तक बालक दहशत में रहा और उसने परिवार को कुछ नहीं बताया।
अब एक महीने बाद कैप्टन ने बैंक से पैसे निकाले, तब जाकर इसकी जानकारी लगी। पूछने के बाद बच्चे ने सारी बात बताई। कैप्टन ने साइबर सेल में इसकी शिकायत की। पीड़ित परिवार ने साइबर अपराधियों का ब्योरा जुटाया और इसकी जानकारी पुलिस को दी। दादा रामशरण के अकाउंट की पूरी
रामशरण सिंह कासमपुर में परिवार के साथ रहते हैं। की धमकी दी गई। रामशरण आर्मी में कैप्टन पद से रिटायर्ड हैं। उनके मोबाइल पर पोता भूवेश ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेल रहा था। एक ऑफर आया, जिस पर भूवेश ने क्लिक कर दिया गेम ऑनलाइन चलने लगा। इसमें करीब 10 लोग जुड़े थे।
आरोप है कि इसी दौरान बच्चे से पहले 1200 और फिर 30 हजार रुपये डलवाए गए। बाद में बच्चे को धमकाकर खाते की पूरी जानकारी ले ली। बच्चे को फिर धमकी दी गई। वह दहशत में आ गया और उसने हैं। शनिवार को कैप्टन परिवार के साथ अपने दादा के अकाउंट की जानकारी के लिए कमिश्नरी चौराहे पर बैंक में पहुंचे। तब सारा मामला समझ में आया।
उन्होंने इस मामले की शिकायत साइबर सेल से की। कैप्टन ने बताया कि बैंक से सारा ब्योरा जुटाया। इसमें अंकित यादव ने 2.16 लाख, अभिषेक ओझा ने 95 हजार और सिमरन राजपूत ने पांच हजार रुपये निकलवाए। अन्य लोगों के अकाउंट में भी पैसे डलवाए गए। इन तीन लोगों की फोटो और डिटेल्स कैप्टन ने साइबर सेल को भी सौंपी है। उन्होंने कहा कि अकाउंट में पेंशन भी थी।