मेरठ। सौरभ चौधरी के कोच अमित श्योराण ने मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक न आने से निराशा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मिश्रित टीम के साथ सौरभ का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन उनकी जोड़ीदार मनु भाकर ज्यादा अच्छा नहीं कर पाईं।
उन्होंने सौरभ के एकल प्रदर्शन पर कुछ असुविधाओं को लेकर सवाल उठाए। कहा कि दो महीने पहले सौरभ को मेरठ से क्रोएशिया ले जाया गया। जहां उन्हें खाने में बर्गर व सेंडविच दिया गया, जबकि सौरभ को दाल रोटी ही ज्यादा पसंद है।
ऐसे में सौरभ शारीरिक रूप से बेहद कमजोर महसूस कर रहे हैं। टोक्यो से सौरभ ने उनसे बात की है। कोच ने कहा कि हमेशा की तरह मुझे या सौरभ के बड़े भाई नितिन को साथ होना चाहिए था। एकल स्पर्धा में फाइनल-8 में जगह बनाने के बाद वहां किसी ने सुध नहीं ली। ऐसे समय में सौरभ को हौसला देने की आवश्यकता थी।
हालांकि कोच अमित श्योराण ने कहा कि इसमें किसी फेडरेशन की कोई कमी नहीं है। कोरोना के समय में हालात ऐसे बन गए हैं कि सौरभ को दो महीने पहले मेरठ से रवाना होना पड़ा, जबकि अन्य खेलों के खिलाड़ी अपने इवेंट से कुछ दिन पहले ही भारत से टोक्यो पहुंच रहे हैं। सौरभ को भी ऐसा मौका मिलना चाहिए था।