नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में भारतीय दल का हिस्सा रहे तीरंदाज प्रवीण जाधव (Pravin Jadhav) के परिवार को धमकाया जा रहा है। उनके माता-पिता गांव में अपने घर में कंस्ट्रक्शन करवाना चाहते हैं, लेकिन उनके पड़ोसी उन्हें ऐसा न करने के लिए धमका रहे हैं। जाधव के माता-पिता का कहना है कि अगर उन्हें कंस्ट्रक्शन की अनुमति नहीं मिलती है तो वो अपना गांव छोड़ देंगे।
प्रवीण जाधव के माता-पिता महाराष्ट्र के सतारा जिले के सराडे गांव में रहते हैं। यहां उनका दो कमरों का एक छोटा सा घर है, जिसे वो बढ़ाना चाहते थे। उनके माता-पिता का आरोप है कि उनकी ही जमीन पर उनके पड़ोसी उनका मकान नहीं बनने दे रहे हैं और धमका रहे हैं। उनके पिता रमेश जाधव का कहना है कि अगर ये विवाद नहीं सुलझा तो वो अपना गांव छोड़ देंगे।
एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए प्रवीण ने बताया कि उनके माता-पिता शेती महामंडल मजदूरी करते थे। जब हमारी आर्थिक हालत सुधरने लगी तो हमने मकान बनाना शुरू किया। उनके परिवार ने दो कमरों का घर बनाया। उस वक्त किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन जब उन्होंने बड़ा घर बनाने का फैसला लिया तो उनके पड़ोसियों ने इस पर आपत्ति जता दी और दावा कर दिया कि पूरी जमीन उनकी है। प्रवीण ने बताया कि वो पड़ोसियों की आपत्ति के बाद जमीन का कुछ हिस्सा छोड़ने को भी तैयार थे।
उन्होंने बताया कि घर बनाने के लिए 1.40 लाख रुपये का सामान खरीदा गया था, लेकिन बाद में इसी सामान को उन्हें 40 हजार रुपये में बेचना पड़ गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने घर में टॉयलेट बनाने का फैसला लिया था, तब भी उनके पड़ोसियों ने उन्हें धमकाया था और पुलिस में शिकायत की थी।