मेरठ। दस साल बाद जेल की सलाखों के पीछे से बाहर आए उधम सिंह बैंक मैनेजर व स्टाफ को धमकी देने के मामले में फिर जेल पहुँच गया है , पुलिस व जेल प्रशासन ने उधम की जेल में एंट्री होते ही अलर्ट जारी कर दिया है। उसके गैंग के सभी गुर्गों को अलग-अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है।
उधम के जेल जाते ही पुलिस ने अब उसके 32 शूटरों की लिस्ट बनाकर उनकी गिरफ़्तारी का अभियान शुरू कर दिया है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि जेल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरूरपुर थाने से आए उधम सिंह को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया गया है । उसके गैंग के गुर्गों को भी अलग अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया गया।
बाराबंकी जेल से रिहाई के चार दिन बाद 12 जुलाई को उधम सिंह अपने अधिवक्ता के साथ गांव करनावल पहुंचा था। दस साल बाद वह अपने गांव पहुंचा था। आरोप है कि इस दौरान उस पर बैंक कर्मियों को धमकाने का आरोप लगा। बैंक कर्मचारियों को धमकी और रंगदारी मांगने के मामले में बृहस्पतिवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस का दावा है कि सिर्फ 12 दिन में उसने फिर से जरायम की दुनिया में नींव जमाना शुरू कर दिया। शूटरों को बुलाकर बैठकें भी करने लगा था।
कई लोगों को धमकी भी दे रहा था। इंडियन बैंक के जिन कर्मचारियों को उधम सिंह ने धमकाकर रंगदारी मांगी थी, उनसे पुलिस ने बात की। बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी देकर बैंक बंद कर दिया था। कर्मचारियों में डर था कि उधम और उसके साथी वारदात कर सकते हैं। पुलिस ने कहा कि अगर कोई धमकी देता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। शुक्रवार को पुलिस की मौजूदगी में बैंक खुला। दिनभर बैंक कर्मचारियों ने वहां पर काम किया।
पुलिस का कहना है कि दस साल बाद जेल से छूटकर आने के बाद से ही वह लगातार शूटरों को बुलाकर बैठक करता था। उसको जेल भेजने के बाद उधम के 32 शूटरों को भी पुलिस ने चिह्नित किया है। कौन शूटर सक्रिय है और उधम से कब-कब मिला है, इसकी जांच चल रही है। उनकी तलाश के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर दबिश देनी शुरू कर दी है।
उधर उधम के जेल में पहुंचते ही पूरी जेल में अलर्ट जारी कर दिया गया। जेल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जेल प्रशासन ने उधम सिंह को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक का कहना है कि उधम सिंह को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया है। उधमसिंह को जिला जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में कोठरी नंबर-3 में रखा गया है।
उस बैरक में फिलहाल दस बंदी और बंद हैं। जेल में पहली रात वह रातभर करवट बदलता रहा। बताया गया कि जेल में उसकी कड़ी निगरानी हो रही है। उससे मुलाकात करने वालों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि उधम सिंह शातिर अपराधी है, जिसके चलते उसको हाई सिक्योरिटी में रखा गया है।
पुलिस प्रशासन व जेल अधिकारियों का मानना था कि उधम सिंह के जेल में आते ही बदमाशों में गैंगवार छिड़ सकती है। हाल में ही बागपत जेल व उन्नाव जेल में बंदियों में आपस में गैंगवार हो चुकी है। इसलिए जेल अधिकारियों ने जेल में अलर्ट जारी करते हुए उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया। जेल अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल के चलते शासन ने जेल में मिलाई बंद कर रखी है। इसलिए उधम की किसी से मिलाई नहीं कराई जाएगी।
मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि उधम के कई ऐसे शूटर हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं हैं। शूटरों की तलाश में दबिश दी जा रही है। उधम के गैंग से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।