काफी दिन से थी युवती पर नजर, मौके की तलाश में था हत्यारोपी शहजाद

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बिजनौर। पुलिस ने दावा किया है कि पूछताछ में हत्यारोपी शहजाद ने पूरा गुनाह कुबूल कर लिया है। उसने कैसे हत्या की, क्या मंशा थी, सब कुछ इस कुबूल नामे में शामिल है। हम आपको हत्यारोपी शहजाद का कबूल नामा उसी प्रारूप दे रहे हैं, जैसा पुलिस ने मीडिया को उपलब्ध कराया है। उसने बताया उसकी काफी दिनों से खोखो की महिला खिलाड़ी पर नजर थी। शुक्रवार को उसने बिटिया पर घात लगाकर हमला बोला। उसने युवती को जाते हुए देखा था। तभी से वह उसके लौटने का इंतजार कर रहा था।

शहजाद उर्फ खादिम ने पूछताछ पर बताया कि वह बिजनौर रेलवे स्टेशन पर पल्लेदारी का काम करता है। स्टेशन पर आने वाली माल गाड़ियों से सामान को उतारता व लदवाता है। वह गांजा व चरस का सूखा नशा करता है और शराब भी पीता है। दस सितंबर शुक्रवार को भी वह बिजनौर रेलवे स्टेशन पर काम करने के लिए गया था, लेकिन उस दिन स्टेशन पर कोई काम नहीं था। वह स्टेशन के पास लगे स्लीपरों पर जाकर बैठ गया।

इस दौरान उसने गांजे का नशा भी किया था। एक लड़की (खोखो की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी) वहां से अक्सर आया जाया करती थी। घटना वाले दिन करीब 12 बजे उसने युवती को जाते हुए देखा था, इसके बाद वह उसके लौटने का इंतजार करता रहा। करीब दो बजे युवती अपने घर की ओर आ रही थी। उसे देखकर वह स्लीपरों में उतरकर खड़ा हो गया। जब वह उसके पास आई तो उसे स्लीपरों में बनी खाली जगह में दुष्कर्म करने की नीयत से खींच लिया।

उस समय युवती फोन पर किसी से बात कर रही थी। खींचने के दौरान वह चिल्लाई तो पास में पड़ी एक रस्सी उठाकर उसके गले में डाल दी और उसका गला दुपट्टे व रस्सी से कस दिया। इसके बाद स्लीपरों के बीच में पड़ी खाली जगह में खींच लिया। उसने काफी विरोध किया, जिससे आरोपी के चेहरे, गर्दन व सीने पर खरोंच के निशान आ गए।

स्लीपर के बीच में तंग जगह होने के कारण उनमें लगकर उसके शरीर में कई जगह गुम चोटें आई थीं। आरोपी उस समय गांजे के नशे में था। इसलिए वह रस्सी खींचता गया और वह विरोध करती रही। इस खींचतान में उसके हाथ पैर लटक गए और वह बेहोश हो गई। तभी कुछ लोगों के आने की आहट सुनाई दी, जिसके कारण वह दुष्कर्म नहीं कर पाया। युवती का मोबाइल फोन चालू था, इसलिए वह उसका मोबाइल और रस्सी लेकर भाग गया। पुलिस ने आदमपुर से थोड़ा पहले बाईपास रोड पर सोमवार रात करीब 2.25 बजे शहजाद को गिरफ्तार कर लिया।

खुलासा करने वाली टीम पर इनामों की बारिश
बिजनौर। इस मामले में डीआईजी शलभ माथुर और एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने टीम को इनाम देने की घोषणा की है। एसपी की ओर से टीम को 25 हजार और डीआईजी की ओर से 50 हजार के इनाम की घोषणा की गई है। शहजाद को गिरफ्तार करने वाली टीम में शहर कोतवाल राधेश्याम, दरोगा सुनील कुमार, दरोगा दीपक कुमार, दरोगा योगेश कुमार, कांस्टेबल शक्ति, हरेंद्र, शिवकुमार और सर्विलांस टीम से इंस्पेक्टर नरेश कुमार, दरोगा दर्रार हुसैन शामिल रहे।

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