
बलरामपुर। जहां नीम के पेड़ से दूध निकल रहा है। वहां अब मेला लग गया है। इतना ही नहीं वहां अब श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। वहां अखंड रामायण का पाठ भी शुरू कर दिया गया है। इसके बाद वहां विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र में घोरीपुर गांव है। इस गांव के निवासी अंगूर तिवारी के घर के बाहर एक नीम का पेड़ है। इस नीम के पेड़ से करीब 15 दिन पहले अचानक दूध निकलने लगा। पहले तो लोगों ने इसे ऐसे ही समझकर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन जब दूध निकलना जारी रहा तब लोगों का ध्यान इस ओर गया।
इसके बाद यह बात पूरे गांव में फैल गई। वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। इसी गांव के निवासी सत्येंद्र तिवारी ने बताया कि पहले तो उन्हें भी यह सब मजाक सा लगा, लेकिन जब दो तीन दिन तक भी दूध का निकलना जारी रहा तो यह चमत्कार जैसा लगने लगा। इसके बाद दूध को चखकर देखा गया, जो मीठा लगा।
इसके बाद वहां पूजा अर्चना शुरू हो गई। उस जगह पर मेले जैसा माहौल हो गया है। दूर दूर से लोग आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वहां रविवार से अंखड रामायण का पाठ शुरू करा दिया गया है। जो 16 जनवरी यानि सोमवार को समाप्त होगा। इसके बाद वहां हवन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
वहीं इस चमत्कार को देखने के लिए वहां भीड़ बढ़ने लगी है। भक्त काफी दूर दूर से वहां आ रहे हैं। वहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद में नीम का दूध दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह दूध पीने से तमााम तरह के कष्टों से छुटकारा मिल रहा है। वहां व्यवस्था बनाने वालों में दिलीप कुमार तिवारी, दिनेश तिवारी, रितुराज तिवारी, प्रज्ज्वल तिवारी, विनोद कुमार शास्त्री, शिवम तिवारी, ब्रिजेश कुमार तिवारी, राकेश कुमार तिवारी, द्वारिका मौर्या, नंदन तिवारी, शेषमणि तिवारी, ब्रिजेश मिश्रा, नील प्रसाद माता प्रसाद, अशोक जायसवाल, राजेंद्र गुप्ता, पारसनाथ तिवारी आदि शामिल हैं।