मेरठ। जिले का लिसाड़ीगेट इलाका अपराध के मामले में इतना बदनाम और संवेदनशील हो चुका है कि यहां अब चार और थाने बनाने की तैयारी चल रही है।
शहर विधायक रफीक अंसारी ने डीजीपी से सिफारिश की थी। बृहस्पतिवार को स्पेशल 75 के पुलिसकर्मियों को साथ लेकर सीओ कोतवाली ने कई जगह पर जाकर निरीक्षण किया। चार साल पहले तत्कालीन एसएसपी दिनेश चंद दुबे ने लिसाड़ीगेट इलाके में आबादी और प्रस्ताव भेजा था ।
लिसाड़ीगेट इलाके में पांच लाख से भी ज्यादा आबादी है। जिसमें कई इलाके संवेदन शील है। पुलिस रिकॉर्ड में यहां अपराध दूसरे थानों से तीन गुणा अधिक है। पुलिस का कहना है कि लिसाड़ीगेट इलाके में चार थाने बनाएं जाएंगे। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने कई जगह पर जाकर जांच की। पुलिस लाइन में प्रशिक्षण ले रहे 75 पुलिस वालों से भी यहां के अपराध की जानकारी ली गई।
लिसाड़ीगेट में पिल्लोखड़ी, श्याम नगर, जाकिर कॉलोनी व समर गार्डन में कई जगह संवेदनशील है। शहर विधायक रफीक अंसारी ने 12 अगस्त को मेरठ में आए डीजीपी मुकुल गोयल के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि लिसाड़ीगेट इलाके को देखते इस पर मंथन काफी दिनों से चल रहा है। अब वहां पर चार थाने बनवाने का प्रस्ताव फिर से भेजा जाएगा।