
सहारनपुर। बसपा से निष्कासन के बाद सुर्खियों में आए पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कार्यकर्ताओं के माध्यम से अपने मंसूबे साफ कर दिए। मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कहा कि कार्यकर्ता चाहते हैं कि हम सहारनपुर लोकसभा से चुनाव लड़े। इसके लिए निर्दलीय लड़ना पड़े या फिर किसी दल की तरफ से अधिकृत होकर। अपनी पार्टी बनाकर भी चुनाव लड़ा जा सकता है। कार्यकर्ता मेरे लिए सर्वोपरि है। उन्होंने फैसला मुझ पर छोड़ा है। जो भी राजनीतिक दल संपर्क में है, हमने सभी के लिए विकल्प खुले रखे हैं। रविवार को पूर्व विधायक इमरान ने अंबाला रोड स्थित सभागार में सहारनपुर लोकसभा के कार्यकर्ताओं की सभा बुलाई थी।
उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई नाराजगी नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस की पसंद के सवाल पर कहा कि मैं कांग्रेस में जाऊ या फिर नहीं। राहुल गांधी मेरे दिल के करीब थे और हमेशा रहेंगे। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से देश में परिवर्तन का दौर आया है। कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि ना यह सुबह आखिरी है और ना यह शाम आखिरी है, जुल्म की जान और कसरत वो निजाम आखिरी है। किसी को मायूस होने की जरूरत नहीं है।
हनुमान जी को जब अपनी ताकत का अंदाजा हुआ तो पहाड़ उठाकर ले आए। आप लोग हमारी ताकत हो। आप वोट डालने का काम करते हो। कोई भी वोट दिल्ली या लखनऊ की पार्टी लेकर नहीं आती। हमारे पास आज सामान (वोट) है, जो भी फैसला होगा सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए होगा।
घोसी विधानसभा उपचुनाव को लेकर कहा कि इंडिया गठबंधन की यह जीत आने वाला भविष्य तय करेगी। इमरान ने इशारों-इशारों में कहा कि यदि हमारा तुम्हारा बंधन मजबूत रहा तो गठबंधन अपने आप मजबूत हो जाएगा। उन्होंने बसपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पार्टी जिस समाज का प्रतिनिधित्व करती है आज वहीं समाज सबसे अधिक पीड़ित है। वहां कोई सुनवाई नहीं है।