![crime crime](https://www.ghamasaana.com/wp-content/uploads/2021/11/crime-678x381.jpg)
शामली। आईएसआई एजेंटों के संपर्क में रहने के आरोपी शामली के तहसीम को भी पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
शहर के मोहल्ला नौकुआं रोड बर्फ वाली गली निवासी कलीम को 17 अगस्त को एसटीएफ ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंट के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसटीएफ के निरीक्षक प्रशांत कपिल की तरफ से शहर कोतवाली में कलीम, उसके भाई तहसीम उर्फ मोटा और सहारनपुर निवासी युसूफ उर्फ समशी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
एसटीएफ ने उस समय बताया था कि जांच में कलीम का भाई तहसीम भी आईएसआई के संपर्क में है। व्हाट्सएप पर भारत के सैन्य क्षेत्रों और अन्य स्थानों के फोटो भी भेजे थे। जांच में सामने आया था कि सहारनपुर का रहने वाला युसुफ भी दोनों भाइयों के संपर्क में रहकर फर्जी सिम उपलब्ध करा रहा था। एसटीएफ ने दावा किया था कि कलीम पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंट दिलशाद मिर्जा के संपर्क में था। उस समय से तहसीम और युसूफ फरार चल रहे थे।
पुलिस के अनुसार, एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे कलीम के भाई तहसीम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। कुछ दस्तावेज भी तहसीम के पास से मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, तहसीम नकली नोट प्रकरण में भी फरार चल रहा था। कांधला के नफीस के साथ मिलकर वह शामली और आसपास के जिलों में नकली नोटों की सप्लाई करता था।