सहारनपुर। देवबंद में तीन दिन से लापता इंटरमीडिएट के छात्र की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई। उसका शव देवबंद-बरला मार्ग स्थित काली नदी में पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। एसओजी सहित कई टीमें जांच में लगाई गई हैं। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।
जनपद मुजफ्फरनगर के चरथावल थानाक्षेत्र के कान्हा हेड़ी गांव निवासी रमेश कुमार का 19 वर्षीय बेटा पंकज कुमार नगर के मोहल्ला कायस्थवाड़ा में बुआ के यहां रह रहा था। वह मोहल्ला सैनी सराय स्थित एक स्कूल में इंटरमीडिएट का छात्र था। 30 सितंबर की सुबह करीब 7.45 बजे वह बिना बताए घर से चला गया। आधे दिन बाद तक जब वह वापस नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरु की गई। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। जिसके बाद बुआ ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी।
लगातार तलाश में जुटी पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे देवबंद-बरला मार्ग पर पहुंची। जहां काफी तलाश के बाद पंकज का शव काली नदी में पानी में पड़ा मिला। सूचना मिलने पर एसपी देहात सागर जैन सीओ अशोक सिसौदिया और इंस्पेक्टर सूबे सिंह एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मौका मुआयना करते हुए शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया।
जानकारी मिलने पर चरथावल से छात्र परिजन भी देवबंद पहुंच गए थे। इंस्पेक्टर सूबे सिंह का कहना है कि शव को देखने से लग रहा है कि चाकूओं से वार कर उसकी हत्या की गई है। उसके शरीर पर कई घाव बने हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल मामले में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुआ है।
पुलिस को जांच में घर से लेकर घटनास्थल तक जाने वाले मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से कुछ ऐसी फुटेज मिली है। जिससे पंकज की हत्या का राज जल्द ही खुल सकता है। इंस्पेक्टर सूबे सिंह का कहना है कि जांच सही दिशा में चल रही है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
इंटरमीडिएट के छात्र पंकज कुमार का शव मिलने के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि उसकी हत्या के पीछे क्या वजह है? शुरुआती पुलिस जांच में यह संभावना मिल रही है कि उसकी हत्या के पीछे जमीन या प्रेम प्रसंग कारण हो सकता है। हालांकि पुलिस पक्के तौर पर कुछ भी नहीं बता रही है।