सोतीगंज छापा : मेरठ में 47 करोड़पति कबाड़ियों की संपत्ति की होगी जांच, अब और कैसेगा
मेरठ। सोतीगंज के 47 कबाड़ी जीएसटी भरने का दावा कर रहे हैं। पुलिस ने इनका रिकॉर्ड जीएसटी से मांगा है। इनकी संपत्ति की जांच कराने की बात भी कही है।
बताया गया कि चोरी के वाहन काटने वाले कबाड़ी कागजों में भी फेरबदल करते हैं। अब इसकी भी पोल खुल सकती है। अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने वाले कई कबाड़ी खुद को बेगुनाह बताने में लगे हैं।
जांच में सामने आया कि 47 कबाड़ी जीएसटी भरते हैं और खुद को दुकानदार बताते हैं। वे कहते हैं कि उनकी दुकान पर सिर्फ गाड़ियों के पुराने पार्ट्स बिकते हैं।
पुलिस ने जीएसटी से कबाड़ियों की सूची मांगी है ताकि सत्यापन हो सके कि असली दुकानदार हैं या फिर अवैध कारोबार किया जा रहा है। आयकर विभाग से भी आय और संपत्ति की जांच करवाने की तैयारी है। पुलिस का दावा है कि चोरी के वाहन काटकर उनके अलग-अलग पार्ट्स दुकान पर बेचे जाते हैं। यहां पर दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान समेत कई राज्यों से लोग चोरी की गाड़ी के पार्ट्स सस्ते दाम में खरीदने आते हैं। सोतीगंज के कुछ दुकानदारों ने पुलिस से बचने के लिए जीएसटी भरना शुरू किया, लेकिन यह नहीं दर्शाया गया कि पार्ट्स कहां से खरीदे गए। इसका रिकार्ड मांगा गया है
एसपी कैंट सूरज राय ने बताया कि सोतीगंज से जो गाड़ियों के इंजन बरामद हुए हैं। उनकी जांच कराने के लिए फॉरेंसिक टीम को चिट्ठी लिखी गई है। जांच फॉरेंसिक टीम करने के लिए सदर थाने में आएगी। इसके बाद पुलिस नामजद कबाड़ियों के खिलाफ पुख्ता सबूत के साथ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करेगी। आरोपियों की तलाश में शनिवार को भी पुलिस की दबिश दी, लेकिन कोई हत्थे नहीं चढ़ा।