नई दिल्ली। भर्ती गतिविधियों में मजबूत सुधार के बावजूद देश में कौशल की कमी कंपनियों के लिए नौकरी देने में बाधक बन रही है। मैनपावरग्रुप के 43 देशों के करीब 45,000 कंपनियों पर किए गए सर्वे में यह किया गया है। कंपनियों ने अमेरिका (48%), भारत (44%) व कनाडा (40%) में सबसे ज्यादा नौकरी देने की योजना बनाई है। लेकिन, 45,000 में 69% कंपनियों को जरूरत के मुताबिक कुशल कर्मचारी मिलने में मुश्किल आ रही है।
भारत में यह समस्या सबसे ज्यादा है। यहां 8% कंपनियों को कुशल कर्मचारी नहीं मिल पा रहे हैं। रोमानिया सिंगापुर में आंकड़ा 84% है। दुनियाभर के इन देशों में भारत उन शीर्ष बाजारों में शामिल है, जहां भर्ती गतिविधियों में सालाना आधार पर 40 फीसदी का सबसे मजबूत सुधार हुआ है। एजेंसी
अक्टूबर-दिसंबर में बंपर भर्तियों की उम्मीद
कंपनियों की भर्ती करने की धारणा 7 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। आर्थिक गतिविधियों के सुधार को देखते हुए भारतीय कंपनियां अक्तूबर से दिसंबर के बीच बंपर भर्तिया कर सकती हैं। कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए 64% घरेलू कंपनियां वेतन बढ़ा सकती हैं। हालांकि, 20% ने वेतन कटौती की आशंका जताई है, जबकि 15% का वेतन में छेड़छाड़ का इरादा नहीं है। कंपनियां अपने कर्मचारियों को बनाए रखने और उन्हें प्रशिक्षण देने पर जोर दे रही हैं।