लखनऊ । अलीगढ़ में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का बटन दबाकर शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर ;अलीगढ़ नोड के प्रदर्शनी मॉडल्स का अवलोकन एवं भूमि आवंटन शुभारम्भ की प्रगति की समीक्षा की। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी अंगवस्त्र एवं उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा जी ने भगवान श्री कृष्ण जी की प्रतिमा भेंट की। कार्यक्रम में राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, गन्ना विकास एवं चीनी मिलें एवं जनपद प्रभारी मंत्री श्री सुरेश राणा समेत अन्य गणमान्य अतिथि सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिक्षाविद एवं समाज सुधारक राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जी की स्मृति और सम्मान में प्रदेश सरकार द्वारा अलीगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज अलीगढ ही क्या सम्पूर्ण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत बड़ा दिन है। आज राधा अष्टमी भी है। यह अवसर आज के दिन को और भी पुनीत बनाता है। बृजभूमि के कण.कणए रज.रज में राधा ही राधा है। आज मैं आप सभी को और पूरे देश को राधा अष्टमी की बधाई देता हूॅ। आज हमारा सौभाग्य है कि विकास के इतने बड़े कार्यक्रम की शुरूआत राधा अष्टमी के दिन से हो रही है। हमारी संस्कृति रही है कि हर कार्यक्रम की शुरूआत पर बड़े अवश्य याद आते हैं। आज इस शुभ अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल कल्याण सिंह जो हमारे बड़े हैं, की अनुपस्थिति महसूस कर रहा हूॅ। यदि वह होते तो अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर खुश होते।
उन्होंने कहा कि आजादी के आन्दोलन में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले राष्ट्र नायक और नायिकाओं की तपस्या को आजादी के बाद देश की अगली पीढ़ी से परिचित नहीं कराया गया। आज हमारी सरकार उनकी गाथाओं से सभी को परिचित करा रही है। 20वीं सदी में की गयी गलतियों को 21वीं सदी में सुधारा जा रहा है। आज देश आजादी के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वालों को नमन करने का पावन अवसर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े सपने देख रहे युवा जो कुछ करना चाहते हैं, उसे राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के बारे में अवश्य जानना.पढ़ना चाहिए। अपने सपनों को पूरा करने के लिए यदि कुछ मुश्किलें एवं समस्याएं सामने आतीं हैं तो राजा महेन्द्र प्रताप सिंह को याद कर लें। वह भारत की आजादी चाहते थे और जीवन का एक.एक पल इसी के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने कहा कि वह मेरी बात को गौर से सुनें यदि लक्ष्य कठिन लगे, मुश्किलें नजर आएं तो राजा महेन्द्र प्रताप सिंह को अवश्य याद कर लें आपका हौंसला बुलन्द हो जाएगा। मुझे देश के एक और महान स्वतंत्रता सेनानी गुजराती सपूत श्याम जी कृष्ण वर्मा का स्मरण हो रहा है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान राजा महेन्द्र प्रताप सिंह, श्याम जी कृष्ण वर्मा और लाला हरदयाल से मिलने के लिए यूरोप गये। उसी बैठक में जो दिशा तय हुई उसी का परिणाम हमें अफगानिस्तान में भारत की पहली निर्वासित सरकार के तौर पर देखने को मिला।
उन्होंने कहा कि यदि किसी को कच्छ जाने का अवसर मिले तो कच्छ के मांडवी में श्याम जी कृष्ण वर्मा जी का बहुत ही प्रेरक स्मारक है, जहां उनके अस्थि कलश रखे गये हैं जो हमें मॉ भारती के लिए जीने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह सिर्फ भारत की आजादी के लिए ही नहीं लड़े बल्कि उन्होंने भारत के भविष्य के निर्माण की नींव में भी सक्रिय योगदान किया। उन्होंने अपनी देश.विदेश की यात्राओं से मिले अनुभवों से भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने का कार्य किया। उन्होंने वृृन्दावन में आधुनिक पॉलीटेक्निक कॉलेज अपनी पैतृक सम्पत्ति को दान करके बनवाया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवार्सिटी के लिए भी बड़ी जमीन राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने ही दी थी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का बड़ा केंद्र तो बनेगा ही साथ ही देश में डिफेंस से जुड़ी पढ़ाई, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी टैक्नोलॉजी और मैनपावर बढ़ाने वाला सेन्टर भी बनेगा। नई भारतीय शिक्षा नीति में जिस तरह शिक्षा, कौशल एवं स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर बल दिया गया है ।
आज देश ही नहीं दुनियां भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, युद्धपोत, आधुनिक ड्रोन ये सब भारत में ही निर्मित करने का अभियान चल रहा है। भारत की इस बदलती पहचान का एक बहुत बड़ा केन्द्र हमारा उत्तर प्रदेश बनने वाला है। उत्तर प्रदेश के सांसद होने के नाते मुझे इस बात का विशेष गर्व है। उन्होंने कहा कि अभी थोड़ी देर पहले मैंने अलीगढ़ नोड की प्रगति का अवलोकन किया। अलीगढ़ नोड में ही डिफेंस मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी डेढ़ दर्जन से अधिक कम्पनियां हजारों करोड़ रूपये का निवेश कर आयुध, ड्रोन, एयरोस्पेस, छोटे हथियार, एन्टी ड्रोन सिस्टम, मेटल कम्पोनेन्ट, डिफेंस पैकेजिंग के क्षेत्र में नये उद्योग लगाकर लाखों नये रोजगार देने वालीं हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक लोग अपने घर या अपनी दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के तालों के भरोसे रहते थे क्योंकि अलीगढ़ का ताला अगर लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे। जो अलीगढ़ कल तक घरों और दुकानों की सुरक्षा करता था अब 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिन्दुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा। यहां ऐसे आयुध बनेंगे जो देश की सुरक्षा में मील का पत्थर साबित होंगे।
ओडीओपी के तहत प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ के तालों एवं हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है। इससे युवाओं के लिएए एमएसएमई के लिए नये अवसर तैयार हो रहे हैं। डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड में दुनियां की सबसे बेहतरीन मिसाइल में से एक ब्रम्होस मिसाइल का भी निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए अगले कुछ सालों में 9000 करोड़ रूपये निवेश किये जा रहे हैं। झांसी नोड में एक और मिसाइल मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी बहुत बड़ी महत्वपूर्ण यूनिट लगने का प्रस्ताव है। आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का बहुत बड़ा उदाहरण है।
शौचालय बनाने का अभियान हो, गरीबों को पक्का घर देना हो, उज्ज्वला के तहत गैस कनेक्शन हो, विद्युत कनेक्शन हो, पीएम किसान सम्मान निधि होए हर योजना हर मिशन में योगी जी के यूपी ने देश के लक्ष्यों को हासिल करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। 2017 से पहले गरीबों की हर योजना में यहां रोड़े अटकाए जाते थे, एक.एक योजना को लागू करने के लिए केन्द्र की तरफ से दर्जनों बार चिट्ठी लिखी जाती थी, परन्तु यहां उस गति से कार्य नहीं होता था, जैसा होना चाहिए था, वैसा नहीं होता था। छोटे किसानों के पास दो हैक्टेयर से कम जमीन है और हमारे देश में छोटे किसानों की संख्या 80 प्रतिशत से अधिक है। इन 10 किसानों में से 08 किसान ऐसे हैंए जिनके पास जमीन का छोटा टुकड़ा है। केन्द्र सरकार का निरन्तर प्रयास है कि छोटी जोत वालों को ताकत दी जाए, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, तीन हजार रूपये पेंशन की व्यवस्था हो ऐसे अनेक फैसले छोटे.छोटे किसानों को मजबूत कर रहें हैं।
कोरोना काल में देश भर के छोटे किसानों के खातों में 01 लाख करोड़ की धनराशि हस्तांतरित की गयी जिसमें से केवल उत्तर प्रदेश के किसानों को 25 हजार करोड़ रूपये दिये गये। यूपी में बीते चार सालों में नए रिकॉर्ड बनेए गन्ने के भुगतान को लेकर जो परेशानियां थींए उन्हें लगातार कम किया जा रहा है। बीते समय में यूपी के किसानों को 01 लाख 40 हजार करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। आने वाला नया साल गन्ना किसानों के लिए नये दरबाजे खोलने वाला है। गन्ने से एथनॉल बनता हैए इसका उपयोग निरन्तर बढ़ाया जा रहा हैए इसका बड़ा लाभ पश्चिमी यूपी के किसानों को होने वाला है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी ने वृन्दावन बिहारी लाल की जय से अपने उद्बोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि लोकहित की प्रतिबद्धताओं के साथ उत्तर प्रदेश में नित नये कीर्तिमान स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज राधा अष्टमी है और इसका अलग महत्व है। विश्व के लोकप्रिय नेता अलीगढ़ की पावन धरती पर अपना आशीर्वाद देने और बहुप्रतिक्षित मांगों को पूरा करने के लिए स्वयं उपस्थित हुए हैं। जब पूरी दुनियां कोरोना महामारी से त्रस्त एवं पस्त है तब जीवन एवं जीविका को बचाने के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना एवं गरीब कल्याण पैकेज के माध्यम से हमारी सरकार लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ नोड के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, 19 कम्पनियों को भूमि का आवंटन सुनिश्चित किया जा चुका है। यह कम्पनियां 1245 करोड़ रुपए का निवेश करेंगी। बुन्देलखण्ड के चित्रकूट में खाद्य प्रसंस्करण के साथ गोला बारूद एवं अंग रक्षा उपकरण निर्माण का आधार बनेगा।
आजादी की लड़ाई में क्षेत्र को नेतृत्व एवं उस कालखण्ड में शिक्षा का अलख जगाने वाले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह का कोई स्मरण नहीं करता है। आज हमारे प्रधानमंत्री जी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय देने के लिए उपस्थित हुए हैं। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय देना अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा कई और विश्वविद्यालय प्रस्तावित हैं जिसमें सहारनपुर में मॉ शाकुम्भरी के नाम सेए हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर मेरठ में देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी प्रस्तावित हैं। वहीं लखनऊ में अटल जी को समर्पित मेडिकल विश्वविद्यालय एवं प्रयागराज में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का शुभारम्भ किया गया है। कोरोना काल में नई शिक्षा नीति को लागू करने के साथ ही निवेश की योजनाओं को आगे बढ़ाया है। 2017 के बाद 1ण्45 लाख करोड़ का गन्ना भुगतान किया गया है। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में चहुॅमुखी प्रगति के सतत प्रयास किये जा रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मंशा में उद््देश्यों की पूर्ति हेतु बच्चों की पुस्तकीय शिक्षा के साथ ही उनकी शाारीरिक शिक्षाए कौशल विकासए शिक्षण पद्धति में नवीन तकनीकी का प्रयोगए नवाचार एवं रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास प्रदेश में शिक्षा की उन्नति हेतु एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा और संस्कृति.देश की प्रगति की परिकल्पना को हमारी सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। डा0 दिनेश शर्मा ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज इतने बड़े जनसमूह की उपस्थिति में देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री, राष्ट्रपुरूष द्वारा अलीगढ़ की धरती पर आकर विश्वविद्यालय की आधार शिला रखी जा रही है। हम सभी जानते हैं 2017 से पहले अलीगढ़ में नकल का बोलबाल था। यहां की जनता पूर्व मुुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी के नकल विहीन शासन को याद करती थी, हमारी सरकार ने नवीन टैक्नोलाफजी को एडॉप्ट करते हुए परीक्षाओं की पवित्रता और सुचिताओं को बनाए रखा।
प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिलें एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए कृत संकल्पित है शिक्षा और रोजगार के नये अवसर युवाओं के भविष्य को उज्ज्वल करने का कार्य करेंगे। सांसद सतीश गौतम ने कहा कि विश्वविद्यालय के माध्यम से युवाआंे को रोजगारपरक, गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जएगी। सांसद हाथरस राजवीर दिलेर, विधायक खैर अनूप प्रधान, विधायक छर्रा ठा0 रवेन्द्रपाल सिंह, विधायक कोल अनिल पाराशर, विधायक शहर संजीव राजा, विधायक इगलास राजकुमार सहयोगी, स्नातक एमएलसी डा0 मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने भी जनसभा को सम्बोधित किया।