लखनऊ। सूबे के गाजियाबाद में ईपीएफ ठगी के बड़े रैकेट का खुलासा होने के बाद पुलिस तफ्तीश में जुटी है। ईपीएफ के नाम पर देशभर में रिटायर्ड कर्मचारियों से 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश होने के बाद कई राज्यों की पुलिस ऐक्टिव हो गई है।
जांच में यह पता चला है कि रैकेट का जाल देशभर में फैला था और ठगी के रुपये खपाने के लिए गैंग ने एक इंश्योरेंस कंपनी भी खोल रखी थी। गाजियाबाद पुलिस की साइबर सेल ने ठगी करने वाले 20 से ज्यादा गैंग पर शिकंजा कसा है। जांच में सामने आया है कि हर गैंग ने करोड़ों की ठगी की थी।
एक गैंग तो ऐसा भी पकड़ा गया, जिसने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की थी। इतने रुपयों की ठगी का पता चला, लेकिन रुपये कहां गए शुरुआती जांच में इसका पता नहीं चला। गहराई से जांच हुई तो पता चला कि ठगों ने ट्रस्ट, प्रॉपर्टी, बीमा और दूसरे कई कारोबार में ठगी के रुपये के निवेश किया है।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि ठगों के निवेश के 4 तरीके सामने आए हैं। इंश्योरेंस की फ्रंट कंपनी पॉलिसी, जॉब और लोन के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग ने रुपयों को खपाने के लिए इंश्योरेंस कंपनी खोली थी।
ठगी से आने वाले रुपये को पॉलिसी के माध्यम से मार्केट में लेकर आते थे। इसके बाद ठगी के साथ रुपये को एक नंबर में बदलकर काम भी करते थे। नोएडा में ऑफिस खोलने के बाद गैंग ने ठगी से पहले कंपनी की पॉलिसी तक करवा दी थी।