हमारी धरती अजीबो गरीब रहस्य से भरी है। यहां ऐसी ऐसी जगह है जिनके बारे में जानकर आपको विश्वास भी नहीं होगा।
हम आपको एक ऐसे ही अजीबो गरीब गांव के बारे में बता बता रहे हैं जहां 3 महीने तक सूर्य की रोशनी ही नहीं पहुंचती है। चौक गए ना यह सुनकर बड़ा अजीब सा लग रहा होगा लेकिन यह सत्य है। और सबसे बड़ी बात यह है कि गांव वाले इससे परेशान नहीं हुए बल्कि उन्होंने अपना ही एक सूर्य बना लिया।
यह गांव गांव इटली में है । जहां 3 महीने तक सूर्य की रोशनी ही नहीं पहुंचती है। इटली में एक ऐसा गांव है। इस गांव का नाम विगनेला है जो उत्तरी इलाके में है। ये गांव चारों तरफ पहाड़ों और घाटियों से घिरा हुआ है। इसी वजह ठंड के महीने नवंबर से लेकर फरवरी तक यहां अंधेरा छाया रहता है। सूर्य कि किरणें इस गांव तक पहुंचती ही नहीं हैं।
लंबे समय तक सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाने की वजह से इस गांव में बीमारियां फैलने लगती थी। लोग रोशनी नहीं मिल पाने की वजह से नकारात्मक मानसिकता, नींद की कमी, मूड खराब रहने जैसी समस्याओं से जूझते थे ।
ऐसे में इस गांव के लोगों ने रोशनी के लिए जो व्यवस्था की उसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव के लोगों ने रोशनी पाने के लिए साल 2006 में 100000 यूरो की मदद से 8 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा स्टील के शीट का निर्माण किया। जिस पर सूर्य की रोशनी पड़ते ही पूरे गांव में उजाला आ जाता है।
सूर्य के मार्ग का अनुसरण करने के लिए दर्पण को कंप्यूटर से जोड़ा गया है। इस तकनीक के इस्तेमाल को लेकर विगनेला के मेयर पियरफ्रेंको मिडाली ने कहा, “यह आसान नहीं था, हमें इसके लिए उचित सामग्री ढूंढनी थी, तकनीक के बारे में सीखना था और विशेष रूप से पैसों का इंतजाम करना बड़ी चुनौती थी।
इस तकनीक को एक वैज्ञानिक ने समझाते हुए बताया कि स्टील शीट पर लगा दर्पण दिन में छह घंटे सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है जिससे गांव वालों को अंधेरे से मुक्ति मिल जाती है।