नई दिल्ली । अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के पास तीसरे बम धमाके की सूचना है. इससे पहले हुए दो बम धमाकों में 10 अमेरिकी सैनिकों समेत कुल 64 लोग मारे गए। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बम धमाके में 52 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। भारत ने काबुल में हुए सीरियल बम धमाकों की कड़ी निंदा की है।
अफगान मीडिया के मुताबिक पहले दोनों बम विस्फोट काबुल एयरपोर्ट के Abbey Gate के पास हुए. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, ‘हम काबुल एयरपोर्ट के पास इस विस्फोट की पुष्टि करते हैं. फिलहाल घटना में हताहतों के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं है. डिटेल मिलने पर इसकी सूचना सबके साथ शेयर की जाएगी।
अमेरिकन मीडिया के मुताबिक यह सुसाइड बॉम्बर अटैक था. इस अटैक के साथ ही Abbey Gate के पास गोलियां भी चलाई गई हैं. सूत्रों के मुताबिक ISIS-K आतंकी समूह ने काबुल एयरपोर्ट पर यह हमला किया है। इस घटना के बाद नीदरलैंड ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन को फिलहाल अस्थाई रूप से रोक दिया है. वहीं ब्रिटेन ने हालात की समीक्षा के लिए सीनियर मंत्रियों और अफसरों की आपात बैठक बुलाई है।
काबुल एयरपोर्ट पर हुए इस बम ब्लास्ट का असर दुनियाभर में दिखाई दे रहा है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइजेन ने इजराइल के पीएम नेफ्ताली बेनेट के साथ अपनी मुलाकात स्थगति कर दी है और वे अपने रक्षा सलाहकारों के साथ हालात का जायजा ले रहे हैं। वहीं जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने इजराइल की यात्रा स्थगित करने की घोषणा की है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रां ने काबुल बम धमाकों के बाद अफगानिस्तान से अपने दूतावास को खाली करने की घोषणा की है।
बताते चलें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक पिछले एक हफ्ते से जमे हुए हैं. लेकिन वीजा और पासपोर्ट न होने की वजह से उन्हें एयरपोर्ट के अंदर एंट्री नहीं मिल पा रही है. वहीं अब तालिबान ने भी घोषणा कर दी है कि किसी भी अफगान नागरिक को देश नहीं छोड़ने दिया जाएगा और उन्हें वापस अपने घरों को लौटना होगा।
काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए इस बम विस्फोट से 24 घंटे पहले ही अमेरिका ने वहां पर आतंकी हमले की आशंका जताई थी. अमेरिका ने 25 अगस्त को एडवाइजरी जारी कर अफगानिस्तान नें फंसे अपने सभी नागरिकों को जल्द से जल्द एयरपोर्ट से दूर होने को कहा था. अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा के बड़े खतरे हैं. इसलिए सभी अमेरिकन नागरिक तुरंत Abbey Gate से दूर हट जाएं।