
मेरठ l लिसाड़ी गेट इलाके के सुहेल गार्डन में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक मकान में पांच लोगों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों में मोईनुद्दीन, उनकी पत्नी आसमा और उनकी तीन मासूम बेटियां अफ्सा, अजीजा और अदीबा शामिल हैं।
आसमा का भाई हापुड़ से मेरठ पहुंचा और मीडिया से बात करते हुए फफक-फफक कर रो पड़ा। उसने कहा, “मैंने अपनी बहन की शादी दस साल पहले मोईन से करवाई थी। पता नहीं मेरे बच्चों को किसने मार डाला।” उसने बताया कि मोईन ने अपने भाई को साढ़े चार लाख रुपये दिए थे।
कमरे का मंजर देख कांप उठे लोग
घटना की जानकारी तब हुई जब मोईन के भाई तसलीम और मोमिन घर पहुंचे। तसलीम ने बताया कि दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। जब अंदर देखा तो कमरा खून से सना हुआ था। शव बेड में छिपाए गए थे। मोईन का शव गठरी में बंधा मिला।
भतीजी ने बताया, आखिरी बार रात 9 बजे बात हुई थी
मोईन की भतीजी तरन्नुम ने बताया कि परिवार ने उन्हें आखिरी बार रात 9 बजे फोन किया था। सब कुछ सामान्य लग रहा था। अगले दिन सुबह से कॉल्स का कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस जांच में सामने आया है कि मोईनुद्दीन की तीन शादियां हुई थीं। पहली पत्नी जफरा की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। दूसरी शादी नारा से की थी, जो झगड़ों के चलते तलाक में बदल गई। तीसरी शादी आसमा से हुई, जो पहले से शादीशुदा थीं।
पुलिस के मुताबिक यह मामला किसी बड़े विवाद या रंजिश का नतीजा हो सकता है। हालांकि अभी तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच जारी है। पड़ोसी मोहम्मद वसीम ने बताया कि मोईन और उसका परिवार बेहद सीधे-सादे थे। हाल ही में यह परिवार यहां शिफ्ट हुआ था। किसी से कोई झगड़ा या विवाद की जानकारी नहीं थी।
मृतक मोईन ने अपने भाई को साढ़े चार लाख रुपये दिए थे। पुलिस इस लेन-देन के एंगल पर भी जांच कर रही है। परिवार के सदस्य भी इस बात से अनजान हैं कि किसी तरह का कोई विवाद क्यों हुआ। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस सुरक्षा के इंतजाम कर रही है। लोग डरे हुए हैं और हर कोई घटना के पीछे के कारणों को जानने के लिए बेचैन है।