ईश निंदा मामला : श्रीलंकाई नागरिक को बचाने की कोशिश करने वाले को तमगा-ए-शुजात देंगे इमरान खान

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नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) के सियालकोट में श्रीलंकाई नागरिक व फैक्ट्री मैनेजर प्रियंथा दियावदना की भीड़ ने ईश निंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी और शव को जला दिया था। भीड़ में एक शख्स ऐसा भी था जो प्रियंथा को बर्बरता से बचाना चाहता था। उसने कोशिश भी की, लेकिन भीड़ के सामने उसके एक न चली और धकेल कर हटा दिया गया।

इस शख्स की पहचान मलिक अदनान के रूप में हुई है। वह फैक्ट्री में प्रोडक्शन मैनेजर के पद पर काम करता है। सीसीटीवी फुटेज में दिखा है कि उसने गुस्साए लोगों की भीड़ से प्रियंथा को बचाने की कोशिश की थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran khan) ने अदनान को वीरता पदक से नवाजने का एलान किया है। उसे तमगा-ए-शुजात (Tamgha-i-Shujaat) अवार्ड से नवाजा जाएगा। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के समर्थकों ने किया था हमला इमरान खान ने ट्वीट किया कि देश की ओर से मैं मलिक अदनान के नैतिक साहस और बहादुरी को सलाम करना चाहता हूं, जिन्होंने सियालकोट में अपनी जान जोखिम में डालकर भीड़ से प्रियंथा दियावदाना को बचाने की पूरी कोशिश की। हम उन्हें तमगा-ए-शुजात अवॉर्ड से नवाजेंगे।

बता दें कि शुक्रवार को कट्टर इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थकों ने ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए एक कपड़ा कारखाने पर हमला कर दिया था। इस दौरान आक्रोशित टीएलपी समर्थकों ने कारखाने के मैनेजर दियावदना की हत्या कर दी थी और शव को आग लगा दिया था। प्रियंथा कुमार दियावदना स्पोर्ट्स गारमेंट्स का काम करने वाली राजको इंडस्ट्रीज में जनरल मैनेजर के पद पर काम कर रहे थे। पाकिस्तान के सियालकोट जिले में स्थित यह फैक्टरी लाहौर से करीब 100 किलोमीटर दूर है।

वह 2010 में पाकिस्तान आए थे और 2012 से इस फैक्टरी में काम कर रहे थे। मामले में कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान सरकार ने 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने 124 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 13 मुख्य आरोपी शामिल हैं।

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