
मुजफ्फरनगर। समाज द्वारा तय किसी भी परंपरा को तोड़ना आसान नहीं होता है। इसके बावजूद यदा कदा ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिसमें पुरानी परंपरा को तोड़ा गया हो। ऐसा ही ताजा मामला मुजफ्फरनगर के खतौली का है। अपने मां बाप की अकेली बेटी ने अपनी शादी में अपने ही घर घुड़चढ़ी कराई। अभी तक यह रस्म दूल्हे के घर निभाई जाती थी। इस शादी की पूरे क्षेत्र में चर्चा है।
खतौली के भैंसी गांव की रहने वाले किसान पिंटू चौधरी की इकलौती बेटी सिमरन बीटेक करने के बाद दुबई में नौकरी करती है। उसकी शादी उत्तराखंड़ के काशीपुर निवासी दुष्यंत के साथ सोमवार को होगी। रविवार को घुड़चढ़ी की रस्म हुई है। पिंटू के घर ये खुशी का मौका था।

उनकी खुशी तब और दोगुनी हो गई जब सारी परंपराओं को तोड़ते हुए सिमरन चौधरी कसबे में घोड़ा.बग्गी पर सवार होकर निकली। किसान ने बताया कि उसके घर में बेटा नहीं है, लेकिन हमेशा बेटी को ही बेटा मानकर परवरिश की। ख्वाहिश थी कि वह बेटी की घुड़चढ़ी करें, परिवार ने सहमति दी तो रविवार को बेटी कसबे में खुशी मनाते हुए निकली।
वह और उनका परिवार बेहद खुश है। मां पूनम, दादा जगत सिंह और दादी सुभद्रा ने भी खुशी जताई। बग्गी पर सवार सिमरन ने कहा कि वह ही बेटी है और वही बेटा। परिवार ने खुशी से पाला और खुशी से ही मुझे बग्गी पर बैठाया। हर माता.पिता को अपनी बेटियों की संस्कार और शिक्षा देनी चाहिए।