मेरठ। सपा सरकार में पूर्व विधायक अमित अग्रवाल, भाजपा नेता सुनील भराला समेत अन्य नेताओं के खिलाफ दर्ज बवाल और तोड़फोड़ के मुकदमे वापस लिए जाएंगे। मेरठ कॉलेज में एबीवीपी प्रत्याशी की जीत के बाद हुए विवाद को लेकर यह घटना हुई थी।दरअसल, नवंबर 2013 में सपा सरकार में मेरठ कॉलेज के चुनाव में एबीवीपी प्रत्याशी की जीत पर कार्यकर्ता जश्न मना रहे थे। इसी दौरान सपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी भिड़ने के बाद विवाद हो गया था। दोनों पक्षों में पथराव, फायरिंग भी हुई थी। पुलिस पर भी हमला बोला गया था। सपा और एबीवीपी दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
लालकुर्ती थाने में दोनों पक्षों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। वहीं, एक मुकदमा भाजपा नेताओं पर सिविल लाइन थाने में दर्ज किया गया था। भाजपा नेताओं द्वारा डीएम आवास पर हंगामा करने के मामले में उनके खिलाफ धारा 147, 148, 149, 427, 435, 504, 323, 160, 336, 352, 353 और 7 क्रिमिनल एक्ट लगाया गया था।
यह मुकदमा डीएम आवास पर ड्यूटी कर रहे सिपाही की तरफ से लिखाया गया था। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाए थे कि सरकार ने गलत नीयत से द्वेषभाव से ये मुकदमा दर्ज कराया है। प्रदेश सरकार ने अब इस मुकदमे के साथ सपा सरकार में दर्ज राजनीतिक मुकदमों को भी वापस कराना शुरू कर दिया है।