नई दिल्ली। बसपा सरकार में हुए 1400 करोड़ के स्मारक घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। विजिलेंस ने 57 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
विजिलेंस की चार्जशीट में 23 तत्कालीन अफसरों व 34 अन्य व्यक्ति आरोपी बनाए गए हैं। जांच कर रही विजिलेंस टीम ने घोटाले में लखनऊ की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. विजिलेंस की चार्जशीट में 23 अफसरों के नाम शामिल है, जिनमें तत्कालीन खनन निदेशक राम बोध, संयुक्त निदेशक सोहेल अहमद फारुकी, यूपी आरएनएन के तत्कालीन एमडी सीपी सिंह शामिल हैं।
बता दें कि इस मामले में विजिलेंस चार अफसरों और 2 पट्टाधारकों को हाल ही में गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार किए गए अफसरों में वित्तीय परामर्शदाता विमल कांत मुद्गल, महाप्रबंधक तकनीकी एसके त्यागी, महाप्रबंधक कृष्ण कुमार इकाई प्रभारी कामेश्वर शर्मा के साथ पट्टाधारक किशोरीलाल और रमेश कुमार शामिल हैं। इनमें से बीके मुद्गल एसके त्यागी और कामेश्वर शर्मा को हाल ही में कोर्ट ने जमानत दे दी है वही कृष्ण कुमार की जेल में रहते ही बीमारी के चलते मौत हो गई थी।