मेरठ । हड़ताल करने वाले 11 एंबुलेंस कर्मी बर्खास्त, सभी सीएमओ को एंबुलेंस सेवा शुरू कराने के निर्देशलखनऊ। प्रदेशभर में चल रही एंबुलेंस कर्मियों की पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
कार्यदायी संस्था ने 11 कर्मियों को खास्त कर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। सभी सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि काम पर नहीं लौटने वाले कर्मियों को दूसरे की जिम्मेदारी सौंपी जाए। किसी भी कीमत पर मरीज को अस्पताल पहुंचने और अस्पताल से घर छोड़ने की व्यवस्था प्रभावित ना होने पाए।प्रदेश में एएलएस एंबुलेंस सेवा के संचालन की जिम्मेदारी अब जीवीके ईएमआरआई से जिगित्सा कंपनी को दी गई है।
आरोप है कि यह कंपनी पुराने कर्मियों को हटाकर नए लोगों को रख रही है और पहले वाली कंपनी से कम मानदेय दे रही है। कर्मचारियों की मांग है कि पहले से कार्यरत लोगों को पुराने मानदेय पर ही नई कंपनी में जिम्मेदारी दी जाए। एएलएस एंबुलेंस कर्मियों के समर्थन में 108 और 102 एंबुलेंस कर्मियों ने रविवार रात 12 बजे से हड़ताल एंबुलेंस सेवा प्रभावित रही। दूसरी तरफ एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि अभी हर जिले में पांच से छह एंबुलेंस चल रही हैं।
यदि एंबुलेंसकर्मियों की बर्खास्तगी वापस नहीं ली गई तो रात 12 बजे से उन्हें भी बंद कर दिया जाएगा।वहीं, मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने मंगलवार को सभी डीएम और सीएमओ को पत्र भेज कर निर्देश दिया है कि 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के संचालन में बाधा डालने वालों से निपटने के सभी इंतजाम किए गए जिला स्तर पर मैनपावर से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएं। एंबुलेंस सेवा के संचालन में किसी तरह की बाधा न होने पाए। इस दौरान होने वाले व्यय भार को जीवीके ईएमआरआई एजेंसी उठाएगी।