
हापुड़ l यह घटना महाशिवरात्रि से कुछ ही दिन पहले हापुड़ जिले के बाबूगढ़ क्षेत्र के रसूलपुर गांव में घटी, जिसने पूरे क्षेत्र में आस्था और श्रद्धा की लहर दौड़ा दी। गांव के पास जंगल में खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिवलिंग मिलने से भक्तों में अपार हर्ष और उल्लास का माहौल बन गया। जैसे ही यह खबर फैली, आसपास के इलाकों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिवलिंग के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ पड़े।
कैसे हुआ शिवलिंग का पता?
गुरुवार सुबह रसूलपुर गांव के निवासी राजेंद्र सिंह जब रोज़मर्रा के काम के लिए बाहर निकले, तो उन्होंने देखा कि जमीन पर सांपों का एक झुंड मौजूद था। यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई और जल्द ही बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां इकट्ठा हो गए। जब सांपों को हटाया गया और जमीन की खुदाई की गई, तो वहां एक फीट ऊंचा शिवलिंग प्रकट हुआ। इस अनोखी घटना ने पूरे गांव को भक्ति और श्रद्धा के माहौल से भर दिया।
पूजा-अर्चना और श्रद्धालुओं की आस्था
जैसे ही शिवलिंग मिलने की खबर फैली, ग्रामीणों ने विधिपूर्वक पूजा-अर्चना शुरू कर दी। श्रद्धालु दूध से अभिषेक कर भगवान शिव की अराधना करने लगे। देखते ही देखते आसपास के गांवों से भी लोग दर्शन के लिए पहुंचने लगे। महाशिवरात्रि के पहले इस चमत्कारी घटना को श्रद्धालु भगवान शिव की कृपा मान रहे हैं और इस पावन स्थल को दिव्य मानते हुए भक्ति में लीन हो गए हैं।