
कोच्चि के कक्कानाड स्थित सरकारी आवास में झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) परीक्षा की पहली महिला टॉपर शालिनी विजय, उनके भाई IRS अधिकारी मनीष विजय और उनकी मां शकुंतला अग्रवाल मृत पाए गए। केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं जीएसटी विभाग में अतिरिक्त आयुक्त मनीष विजय के घर से इन तीनों के शव बरामद किए गए, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।
कौन थीं शालिनी विजय?
शालिनी विजय ने 2006 में JPSC परीक्षा में टॉप किया था और डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त हुई थीं। हालांकि, बाद में उनकी रैंक को लेकर विवाद हुआ और अंततः उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले में 2024 में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में थीं।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
IRS अधिकारी मनीष विजय चार दिनों तक कार्यालय नहीं पहुंचे, जिससे चिंतित उनके एक सहयोगी उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां से बदबू आने पर तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। जब पुलिस अंदर पहुंची, तो मनीष और शालिनी के शव अलग-अलग कमरों में फंदे से लटके मिले, जबकि उनकी मां शकुंतला अग्रवाल का शव बिस्तर पर सफेद कपड़े में लिपटा हुआ मिला। शकुंतला के पास फूल भी रखे थे, जिससे आशंका जताई जा रही है कि उनकी मृत्यु पहले हुई थी और फिर भाई-बहन ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस को मिले अहम सुराग
पुलिस को घटनास्थल से एक डायरी मिली है, जिसमें एक नोट लिखा हुआ था। इस नोट में उनकी विदेश में रहने वाली बहन को उनकी मृत्यु की सूचना देने की बात कही गई थी।
क्या था मामला?
IRS अधिकारी मनीष विजय पहले कोझिकोड एयरपोर्ट पर कस्टम प्रिवेंटिव में तैनात थे और डेढ़ साल पहले उनका तबादला कोच्चि कर दिया गया था। कुछ महीनों पहले ही शालिनी और उनकी मां शकुंतला भी कोच्चि में उनके साथ रहने आ गई थीं। माना जा रहा है कि शालिनी झारखंड में अपने चल रहे कानूनी मामले से बेहद परेशान थीं, जिसकी वजह से उनके भाई मनीष ने भी छुट्टी ले रखी थी।
फोरेंसिक जांच के बाद खुलेगा राज
कोच्चि के पुलिस कमिश्नर पुट्टा विमलादित्य के अनुसार, शव सड़ने लगे थे, जिससे उनकी मौत कब हुई, यह फोरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस त्रासदी के पीछे की असली वजह सामने आ सके।