नई दिल्ली। कश्मीर के पुंछ मेंढर के भाटादूड़ियां जंगल में आतंकियों के ठिकाने का पता लगाने के लिए जेल में बंद लश्कर-ए-ताइब के पाकिस्तानी आतंकी जिया मुस्तफा को लेकर गए सुरक्षा बलों पर दहशतगर्दों ने हमला कर दिया।
फायरिंग में मुस्तफा की मौत हो गई, जबकि पुलिस के दो व सेना का एकजवान घायल हो गया। सूत्रों का कहना है, मुस्तफा को पुलिस वर्दी में ले जाया गया था। आतंकियों ने उसे भी पुलिस समझ फायर कर दिया। मुस्तफा पुलवामा में 22 कश्मीरी पंडितों के नरसंहार में शामिल था। मुस्तफा को 2003 में गिरफ्तार किया गया था।
वह पाकिस्तान के रावलकोट का रहने वाला था और पुलवामा में लश्कर का एक प्रशिक्षित सरगना था। 2007 में इसे जम्मू की कोट भलवाल जेल में भेज दिया गया था। मुस्तफा 2003 से पहले पुंछ राजोरी में आतंकियों को घुसपैठ कराकर गुप्त रूट से कश्मीर पहुंचाता था।
वहीं, शोपियां दक्षिण कश्मीर के शोपियांnजिले के जैनापोरा बस्ती के बाबापोरा में सीआरपीएफ कैंप के पास गोली लगने से शाहिद अहमद नामक युवक की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौत क्रॉस फायरिंग में हुई। सीआरपीएफ पार्टी गश्त पर थी, तभी आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो गई।