
बिजनौर। कोरोना संक्रमण काल में देश के विभिन्न राज्यों में स्थित ज्योतिर्लिंग मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन न कर पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। ऐसे श्रद्धालु इन ज्योतिर्लिंग मंदिरों का प्रसाद घर बैठे ही मंगवा सकते हैं। इसके लिए श्रद्धालु को 251 रुपये का ई-मनीऑर्डर संबंधित ज्योतिर्लिंग मंदिर ट्रस्ट के पते पर भेजना होगा। डाक विभाग ने 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों के प्रसाद को स्पीड पोस्ट से श्रद्धालु के घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। बुकिंग के चार-पांच दिन में प्रसाद श्रद्धालु के पते पर पहुंच जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार सावन का महीना भगवान आशुतोष को सबसे अधिक प्रिय है। इस महीने में मंदिर में जाकर भगवान शिव के दर्शन करना विशेष फलदायी माना जाता है। देश के विभिन्न प्रदेशों में देवाधिदेव भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं। जिले से काफी संख्या में लोग भगवान शिव के विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने के लिए जाते हैं। मगर कोरोना महामारी के कारण अधिकांश श्रद्धालुओं की यह इच्छा पूरी नहीं हो पा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी के बाद अब गुजरात के पाटन में स्थित श्री सोमनाथ आदि ज्योतिर्लिंग आदि मंदिरों के ट्रस्टों ने मंदिर का प्रसाद श्रद्धालु को घर बैठे ही स्पीड पोस्ट से मंगाने का प्रबंध किया
डाक अधीक्षक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इन ज्योतिर्लिंग मंदिरों के ट्रस्टों ने कोरोना महामारी के समय श्रद्धालुओं को घर बैठे प्रसाद उपलब्ध कराने के लिए भारतीय डाक विभाग से समझौता किया है। कोई भी श्रद्धालु इन मंदिरों के ट्रस्ट को 251 रुपये का ई-मनीऑर्डर कर स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद मंगा सकता है। इस ई-मनीऑर्डर पर प्रसाद के लिए बुकिंग अनिवार्य रूप से अंकित करना होगा। इसके बाद ट्रस्ट संबंधित श्रद्धालु को लगभग 500 ग्राम प्रसाद का पैकेट स्पीड पोस्ट द्वारा भेजेगा। यह प्रसाद स्पीड पोस्ट के माध्यम से संबंधित डाकघर को भेजा जाएगा। वहां से श्रद्धालु के घर तक प्रसाद पहुंचाने की जिम्मेदारी संबंधित डाकघर की होगी।
डाकघरों से की जा चुकी है गंगाजल की बिक्री की शुरुआत
प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर लक्ष्मीकांत जोशी ने बताया कि इस योजना से पूर्व भी डाक विभाग की ओर से शहरी क्षेत्र के करीब करीब हर डाकघर में वर्ष 2019 में श्रावण मास के पहले सोमवार से गंगा जल बिक्री की शुरुआत हुई थी। उन्होंने बताया कि 250 एमएल की बोतल में गंगोत्री का गंगाजल 30 रुपये में उपलब्ध है। श्रावण मास में इसकी बिक्री बढ़ जाती है। इन दिनों में शिव मंदिरों और डाकघरों से गंगाजल की बिक्री होती है, जबकि अन्य दिनों में केवल डाकघर गंगाजल का स्टॉल लगाया जाता है।