मुजफ्फरनगर। देश के प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की सदस्य के आरोप में मुनीर आलम की गिरफ्तारी के बाद पिता ने जुबान खोली। पिता का कहना है बेटा निर्दोष है। दो दिन पूर्व मुजफ्फरनगर से सब्जी खरीदने हुए पुलिस उठा ले गई थी।
बृहस्पतिवार को सुबह अखबार पढ़ने के बाद उन्हें मालूम हुआ कि उनका बेटा एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मुनीर आलम कचहरी में अधिवक्ता था। पिता मंगता हसन दधेड़ू कलां गांव में परिवार सहित रहते हैं उनके तीन बेटे हैं। उनमें से एक बेटे का पिछले वर्ष इंतकाल हो गया था। परिवार की आर्थिक हालत दयनीय है। बताया उसका बेटा पूरी तरह बेकसूर है। यदि पीएफआई से उसका ताल्लुक होता तो आज उनके मकान कच्चे ना होते।
मंगलवार शाम को मुजफ्फरनगर से लौटते हुए वह नदी के पुल पर सब्जी खरीद रहा था। उनका आरोप है गांव के एक युवक ने मौके पर पुलिस द्वारा उठाते हुए देखा। उसने गांव में आकर बताया कि उसके लड़के को पुलिस जीप में डालकर पुलिस ले गई है। रात को हमने काफी तलाश किया लेकिन कुछ पता नहीं लगा।
बृहस्पतिवार को सुबह समाचारों में उसकी गिरफ्तारी लखनऊ एटीएस द्वारा रेलवे स्टेशन से किए जाने की खबर मालूम चली। पत्नी हीना का कहना है कि उसका पति निर्दोष है। वह रोज कचहरी जाते थे। पिता के पास सिर्फ चार बीघा जमीन है। बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत उसका दो कमरों का आवास बन बन पाया था।
अधिवक्ताओं में दिखा आक्रोश
जिला बार एसोसिएशन का सदस्य मुनीर आलम की गिरफ्तारी के बाद वकीलों में आक्रोश दिखा। कई अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष और महासचिव से देश के प्रतिबंधित संगठन के सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अध्यक्ष अनिल जिंदल और महासचिव जितेंद्र कुमार ने बताया आरोपी को बार का सदस्य होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया जांच के बाद आरोपी के खिलाफ कारवाई का भरोसा दिया।