
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में बर्फबारी से कोई नुकसान नहीं हुआ है। यहां सभी कॉटेज व पुनर्निर्माण कार्य पूरी तरह से सुरक्षित हैं। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ समेत तीन सदस्यीय दल दो दिन से धाम में मौजूद है। खराब मौसम के चलते दल परिसंपत्तियों का निरीक्षण पूरा नहीं हो पाया है। मौसम ठीक रहा तो शनिवार को दल वापस लौट आएगा।

केदारनाथ में मौजूद बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि बर्फबारी से परिसंपत्तियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। मंदिर परिसर, मंदिर मार्ग से लेकर अन्य स्थानों पर सभी संपत्तियों को कोई क्षति नहीं है। प्रवचन हॉल, इग्लो हट्स क्षेत्र में करीब दो फीट बर्फ मौजूद है। आगामी यात्रा के लिए केदारनाथ में यात्री सुविधाओं को लेकर जो कार्य होने हैं, उसके लिए स्थान चिह्नित किए गए हैं। साथ ही मंदिर परिसर में पब्लिक एड्स सिस्टम के लिए भी जगह तय की गई है।

इस बार केदारनाथ आने वाले यात्री जूते-चप्पल लेकर मंदिर परिसर में नहीं जा सकेेंगे। इसके लिए अलग सा शूज काउंटर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने के दिन से ही धाम में जगह-जगह पर साइनेज और डिशप्ले बोर्ड लगाए जाने के लिए, जिसके लिए स्थान तय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केदारपुरी में आंतरिक पैदल मार्गों को भी यात्रा से पहले दुरूस्त कर दिया ज़़ाए़़गा।

केदारनाथ में जिन हक-हकूकधारियों की भूमि अधिग्रहण की गई है, उनके लिए भी यात्राकाल में अस्थायी इंतजाम होने हैं। क्योंकि मास्टर प्लान के तहत केदारपुरी में एक रूपता वाले भवन बनाए जाने हैं। बीकेेटीसी सीईओ ने बताया कि पुनर्निर्माण कार्यों के तहत धाम में रावल निवास, पुजारी निवास, मंदिर समिति की धर्मशाला व कार्यालय का निर्माण होना है।
कॉटेज पूरी तरह से सुरक्षित
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में एमआई-26 हेलीपैड के समीप निर्मित कॉटेज पूरी तरह से सुरक्षित हैं। बता दें कि जून 2013 की आपदा के बाद धाम में अतिथियों, अधिकारी-कर्मचारियों के निवास के लिए कॉटेज बनाए गए थे। यहां वन-बीएचके और टू-वीएचके के 20 से अधिक कॉटेज बनाए गए हैं।