मेरठ। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करने के लिए कई जिलों में निजी इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे। निजी इंडस्ट्रियल पार्क में औद्योगिक इकाइयों के लिए सभी सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। पीपीपी माॉडल पर निजी इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे 15 शहरों में 9000 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की गई है।
जिन जिलों में इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे उनमें मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, के अलावा लखनऊ, उन्नाव, अमेठी, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, औरैया, हमीरपुर, जालौन, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, गोरखपुर और प्रयागराज को शामिल किया गया है। इसके लिए बड़े निवेशकों को राज्य में लाने के लिए सरकार जमीन चिन्हित करेगी। निवेश के लिहाज से इन जिलों को उच्च संभावना वाला माना गया है। इन सभी जिलों में निजी इंडस्ट्रियल पार्क में अलग-अलग तरह के उद्योग लगाए जाएंगे।
इन उद्योगों में टेक्सटाइल और रेडीमेड गार्मेंट, फूड प्रोसेसिंग, परफ्यूम, पीतल के उत्पाद, खिलौने तथा इलेक्ट्रानिक्स उपकरण के अलावा खेल का सामान इत्यादी होगा। इसके लिए निजी क्षेत्र के उद्यमी कम से कम 20 एकड़ क्षेत्रफल और पश्चिमी उप्र में न्यूनतम 30 एकड़ जमीन पर औद्योगिक पार्क विकसित कर सकेंगे। पार्क के मैन्युफैक्चङ्क्षरग जोन में फ्लैटनुमा कारखाने और फैक्ट्री शेड होंगे।
सामान्य सुविधाओं के तहत बिजनेस व शापिंग सेंटर, इन्क्यूबेशन सेंटर, होटल व रेस्टोरेंट, हास्टल, आफिस ब्लाक, स्वास्थ्य व संचार सुविधाएं, पुलिस व फायर स्टेशन, आदि होंगे। बिजली, पानी, सड़क की सुविधा के अलावा पार्क में कामन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, टेङ्क्षस्टग व सर्टिफिकेशन लैब भी होंगे। लाजिस्टिक्स के तहत वेयरहाउस, कंटेनर व ट्रक टर्मिनल, रेलवे साइडिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, फ्यूल स्टेशन आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। हरियाली से भरा ग्रीन जोन भी होगा