कलयुग के श्रवण कुमार, बुजुर्ग मां और दिव्यांग भाई को कंधे पर लेकर कांवड़ या़त्रा पर निकले विजय

kanwar yatra
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मुजफ्फरनगर। एक तरफ लोग जहां बुजुर्ग मां बाप को साथ रखने के लिए भी तैयार नहीं होते, वहीं दूसरी तरफ विजय गुर्जर अपनी वृद्ध मां और दिव्यांग भाई के लिए श्रवण कुमार बन गए हैं। वह दोनों को कंधे पर उठाकर कांवड़ लेने के लिए निकल पड़े। इस दौरान वह करीब 180 किमी की यात्रा करेंगे।

हरिद्वार से कांवड़ियों का रैला शिवालयों की ओर बढ़ रहा है। कोई देशभक्ति के रंग में रंगा है तो किसी के कांधे पर मां.बाप और भाई के प्रति श्रद्धा की कांवड़ है। बुलंदशहर के विजय गुर्जर अपनी बुजुर्ग मां और दिव्यांग भाई को लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले हैं। श्रवण कुमार की तरह दोनों को तीर्थ की यात्रा कराकर वापस लौट रहा विजय मुजफ्फरनगर पहुंचा तो लोग उसे देखने पहुंचे।

हरिद्वार में गंगा जल लेकर शुरू हुई यात्रा बुलंदशहर के गांव शेरपुर के शिवालय में जलाभिषेक कर संपन्न होगी। विजय गुर्जर और उसेके दोस्त प्रवीण का कहना है कि उनकी यह दूसरी कांवड़ यात्रा है। बेहद खुशी हो रही है। उनकी मां जगवती देवी कहती है कि ऐसा बेटा सबको मिले।

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