बागपत। महिला को हिरासत में लेने पर उसके बेटे की मौत के बाद रंछाड़ गांव में पूरी रात बवाल हुआ। पुलिस अधिकारियों की तमाम कोशिशों के बाद भी ग्रामीण शांत नही हुए और हंगामा करते रहे। सुबह करीब सात बजे 11 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर और पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर ग्रामीणों ने शव उठने दिया।
पगडंडी थाना क्षेत्र के रंछाड़ गांव में सोमवार दोपहर वैक्सीनेशन कैंप में कांस्टेबल सलीम और आरएसएस के बिनोली खंड संघचालक श्रीनिवास के पुत्र अक्षय के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई थी। जिसके बाद दो थानों की फोर्स उनके घर पहुंची। अक्षय की मां मधु और ताई कमलेश के साथ दो पुरुषों को हिरासत में ले लिया था।
आरोप है कि घर में तोड़फोड़ भी की गई थी। पुलिस ने अक्षय और उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज भी किया गया था। इसके कुछ देर बाद अक्षय का शव अपने नलकूप पर फांसी के फंदे पर लटका मिला था। जिस पर गांव में जमकर बवाल हुआ। रालोद नेता भी मौके पर पहुंच गए थे। एएसपी मनीष कुमार मिश्रा, सीओ अनुज मिश्रा व आलोक सिंह के साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। हंगामा कर रहे ग्रामीणों ने पीएसी को भी दौड़ा लिया था।
आईजी को मौके पर बुलाने और पूरे थाने को सस्पेंड करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने पूरी रात हंगामा किया। सुबह अक्षय के पिता श्रीनिवास की तहरीर पर इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआई उधम सिंह तालान, कांस्टेबल सलीम, अश्वनी, रंगरूट मुरली के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 323, 504, 306 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इन पुलिसकर्मियों समेत 11 को लाइन हाजिर भी किया गया। तब ग्रामीण शांत हुए। मंगलवार सुबह करीब सात बजे अक्षय का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।