मेरठ। सरकारी एंबुलेंस सेवा के चालकों के आंदोलन से ठप पड़ी सेवा को रोडवेज चालकों के हवाले कर दिया गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर आरएम रोडवेज ने 21 चालकों को भेज दिया है। 11 चालक सोहराबगेट डिपो से और 10 चालक मेरठ डिपो से भेजे गए हैं। जब तक अन्य व्यवस्था या एंबुलेंस चालकों का आंदोलन खत्म नहीं हो जाता, तब तक रोडवेज चालक एंबुलेंस पर कार्यरत रहेंगे।
पिछले कई दिन से सरकारी एंबुलेंस सेवा के चालकों का आंदोलन चल रहा है। इसके चलते एंबुलेंस सेवा बाधित चल रही है। चालकों ने आपातकालीन सेवा को भी ठप कर दिया है। जिलाधिकारी के कहने पर रोडवेज आरएम ने 21 चालकों की व्यवस्था कराई। शाम तक दोनों डिपो से 21 नियमित चालक सीएमओ आफिस को उपलब्ध करा दिए गए।
एंबुलेंस पर संविदा चालकों की बजाय नियमित चालक भेजे गए हैं। आरएम केके शर्मा का कहना है कि एंबुलेंस पर ड्यूटी करने पर संविदा चालकों को भुगतान करने में दिक्कत आएगी। इसके चलते नियमित चालकों को भेजा गया है।वहीं, एंबुलेंस कर्मियों के चक्का जाम से मरीजों को परेशानी रही। बिना एंबुलेंस के अपने वाहनों या निजी वाहनों से मरीज अस्पताल में पहुंचते नजर आए। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना कि 49 एंबुलेंस संचालित है। किसी मरीज को परेशानी नहीं होने दी जा रही।