लखनऊ। बिकरू कांड में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा की बेटी वैष्णवी मिश्रा को विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के पद पर नियुक्ति मिल गई है। शहीद हुए एक सिपाही के भाई उमेश को भी खाकी वर्दी मिल गई है।
बता दें कि दो जुलाई 2020 की रात पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए बिकरू गांव में दबिश दी थी। विकास और उसके गुर्गों ने हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इसमें बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा (मूल रूप से बांदा निवासी) भी शहीद हुए थे। उनकी बड़ी बेटी वैष्णवी मिश्रा ने ओएसडी पद के लिए आवेदन किया था।
एक साल तक चली प्रक्रिया के बाद वैष्णवी को नियुक्ति मिल गई है। वैष्णवी की तैनाती पुलिस मुख्यालय में की गई थी, लेकिन अब उनका तबादला कानपुर कमिश्नरी में कर दिया गया है। पुलिस ऑफिस में उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया है। संबंधित अफसर उनको ट्रेनिंग दे रहे हैं।
वहीं, आगरा के फतेहाबाद थाना क्षेत्र के कराने नगला लोहिया गांव निवासी सिपाही बबलू कुमार भी शहीद हुए थे। बबलू की तैनाती बिठूर थाने में थी। बबलू के छोटे भाई उमेश ने भर्ती के लिए आवेदन किया था। फिजिकल और मेडिकल परीक्षा पास करने के बाद उमेश ने अब खाकी पहन ली है।
नियुक्ति के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नरी में ही उनको तैनाती मिली है। फिलहाल पुलिस लाइन में तैनात हैं। सोमवार से छुट्टी पर घर गए हैं।