पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व को ‘पंज प्यारे’ कहकर गलती स्वीकार करने वाले ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) के महासचिव हरीश रावत ने शुक्रवार को गुरुद्वारे में झाड़ू लगाया और लोगों के जूते साफ कर प्रायश्चित किया।
उन्होंने पहले ही माफी मांग ली थी और गुरुद्वारे में सफाई की बात कही थी। रावत ने उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में खटिमा के पास नानकमत्ता गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं के जूते साफ किए।
रावत ने मंगलवार को चंड़ीगढ़ में पंजाब कांग्रेस भवन में हुई बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और उनके चार कार्यकारी अध्यक्षों के लिए ‘पंज प्यारे’ शब्द का इस्तेमाल किया था।
सिख परंपरा में ‘पंज प्यारे संबोधन गुरु के पांच प्यारों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके पांच अनुयायियों से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी।