
नई दिल्ली । कट्टरपंथी अलगाववादी नेता और हुर्रियत (जी) के पूर्व प्रमुख सैय्यद अली शाह गिलानी का बुधवार देर रात निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
बुधवार दोपहर को सांस लेने में दिक्कत और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद चिकित्सकों ने घर में ही उनकी देखभाल शुरू की, लेकिन रात करीब साढ़े दस बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। वह 2008 से लगातार हैदरपोरा स्थित आवास पर नजरबंद थे।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जून 2020 में गिलानी ने हुर्रियत (जी) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। 29 सितंबर 1929 को जन्मे गिलानी पूर्व में जमात-ए-इस्लामी के सदस्य थे, लेकिन बाद में तहरीक-ए-हुर्रियत का गठन किया। वह आल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन भी रहे। 1972 1977 व 1987 में वे सोपोर से विधायक चुने गए थे।