भोजपुर में एक शिवमंदिर है।। प्रथम बार इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने करवाया था, और, यह बात बहुत हद तक सही भी प्रतीत होती है,
क्योंकि यह मंदिर जिन पहाड़ियों पर बना है, उन पहाड़ियों पर उसके आस पास अजीबोगरीब आकृतियाँ भी बनी हुई हैं, जो अब तक डिकोड नहीं हुई हैं।
बेतवा नदी यहाँ से बहती है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहाँ का विशाल शिवलिंग एक ही पत्थर से बना है, जो दुनियाँ के सबसे विशाल शिवलिंगों में से एक है।
इतने आक्रमणों और रखरखाव की कमी के कारण पिछले 1000 वर्षों में इस मंदिर के रखरखाव का ध्यान नहीं रखा जा सका,
आज यह मूल स्वरूप का 1% भी नही बचा है, जैसा मंदिर राजा भोज ने बनवाया था।
मोदी सरकार इस मंदिर को वही रूप देने जा रही है, जैसा मंदिर राजा भोज ने बनाया था।।