
गोंडा l जिले में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं का बड़ा मामला सामने आया है। शासन ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुख्य अभियंता अवधेश शरण चौरसिया को उनके पद से हटाकर प्रमुख अभियंता कार्यालय, लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है।
उनकी जगह मेरठ से अखिलेश को देवीपाटन मंडल का नया मुख्य अभियंता नियुक्त किया गया है। इसी तरह, बहराइच-श्रावस्ती वृत्त के अधीक्षण अभियंता भगवान दास और गोंडा के अधीक्षण अभियंता लाल जी को भी हटाकर लखनऊ मुख्यालय भेज दिया गया है। अब अजय भास्कर को बहराइच और योगेंद्र सिंह को गोंडा का नया अधीक्षण अभियंता बनाया गया है।
शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई
इस मामले में ठेकेदारों और जनप्रतिनिधियों की लगातार शिकायतें आ रही थीं। आरोप लगाया गया कि मुख्य अभियंता चौरसिया अपने करीबी लोगों को ही टेंडर दे रहे थे, जिससे छोटे ठेकेदारों को काम नहीं मिल पा रहा था। इतना ही नहीं, ये अधिकारी जनप्रतिनिधियों के निर्देशों की भी अनदेखी कर रहे थे। एक प्रमुख ठेकेदार के अनुसार, इन अधिकारियों की शिकायतें लंबे समय से की जा रही थीं, लेकिन अब जाकर कार्रवाई हुई है।
मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
जनप्रतिनिधियों ने इस मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया था और उनसे मुलाकात भी की थी। सूत्रों के अनुसार, हटाए गए अधिकारियों के खिलाफ आगे भी विभागीय जांच और कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
भ्रष्टाचार के आरोप
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इन अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की और भ्रष्टाचार में लिप्त थे। छोटे ठेकेदारों को टेंडर से बाहर रखा गया, जबकि मनमाने तरीके से टेंडर दिए गए। इसके अलावा, कई विकास कार्यों में भी मनमाफिक ढंग से नियमों की अनदेखी की गई। शासन अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है, जिससे दोषियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई हो सकती है।