मौत से जद्दोजहद…जिंदगी पर भारी पड़ा सांप का तमाशा

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भोपा (मुजफ्फरनगर)। मुंशी प्रेमचंद की कहानी में सांपों से खेलते कैलाश को सांप ने डसा तो भगत ने मंत्र फूंककर जान बचा ली थी। हकीकत में भला ऐसा कहां होता है। मोरना में मोहित (24) ने पड़ोसी के घर में निकले सांप को पकड़ा और तमाशा दिखाने लगा। इकट्ठे हुए लोगों ने वीडियो बनानी शुरू कर दी। मोबाइल में कैद हुआ मौत का जिंदगी पर झपट्टा। सांप ने मोहित के हाथ पर डसा। इसके बाद ना दवा काम आई और ना ही किसी भगत के मंत्र…रह गया सिर्फ अफसोस।

मोरना के मंगल प्रजापति के घर शनिवार रात पर्दे पर सांप दिखाई दिया। परिवार ने शोर मचाया। पड़ोसी मोहित ने मौके पर पहुंचकर पलभर में सांप को पकड़ लिया। यहीं से जिंदगी और मौत के बीच एक मिनट का खेल शुरू हुआ। पास खड़े लोगों ने वीडियो बनानी शुरू की तो मोहित ने सांप को थैले के बजाए गले में डालकर तमाशा दिखाने शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने टोका तो कुछ वीडियो बनाते रहे। गले से निकालते वक्त सांप ने हाथ में डस लिया। लोगों के कहने पर सांप को थैले में डालकर छुड़वाया गया, लेकिन कुछ ही देर बाद मोहित की हालत बिगड़ने लगी। पहले प्राइवेट डॉक्टर के यहां उपचार कराया गया। फिर झाड़-फूंक से लेकर जिंदगी बचाने का हर जतन किया, लेकिन मौत ने दस्तक दे दी थी। देर रात पीडि़त की जान चली गई।

मौत के बाद विवाद, हत्या का आरोप
भोपा। मृतक के भाई अमित ने मोरना के दो लोगों पर मोहित को सांप पकड़ने व सांप को मार देने के लिए उकसाने का आरोप लगाया । आरोप है कि पीड़ित को अचेत अवस्था में घर के बाहर फेंक दिया गया। समय पर उपचार मिलता तो जान बच सकती थी। उसका अविवाहित भाई मजदूरी करता था। पुलिस का कहना है जांच कराई जा रही है।

उपचार मिलने में हुई देरी
सर्प दंश के बाद मोहित को देरी से उपचार मिला। काफी समय तक मौके पर पड़ा रहा। इसके बाद परिजनों ने प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया। आराम न मिलने पर गांव में ही झाड़ फूंक कराई। इसके बाद उसे मुजफ्फरनगर चिकित्सक के पास लेकर गए लेकिन तब तक मौत हो गई। देर रात भुआपुर में भी झाड़-फूंक कराई गई।

समझाने पर भी नहीं माना था मोहित

मोहित के सांप पकड़ने के कंधे गले और हाथ में लिए रखने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। कुछ लोगों ने इस तरह की हरकत करने से मना किया, लेकिन वह नहीं माना। असल में वह पहले भी एक-दो बार सांप को पकड़ चुका था। सांप मिलने की जानकारी पर मौके पर पहुंच जाता था। परिवार के लोगों के बीच गम और गुस्सा है।

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