
बुलंदशहर । हापुड़ जिले के सीमा विस्तार के लिए अगले माह मंडलायुक्त की अध्यक्षता में मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर के जिलाधिकारियों साथ बैठक होगी। जिसमें इस पर चर्चा होगी और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। क्योंकि सीमा विस्तार के मामले में बुलंदशहर जिले के कुछ लेखपालों ने आपत्ति बताई थी।
28 सितंबर 2011 को जनपद हापुड़ का सृजन किया गया था। वर्तमान में जनपद में कुल 350 राजस्व गांव, चार विकास खंड हैं। इसका भौगोलिक क्षेत्रफल 111763 हेक्टेयर है। करीब दो साल पहले जिले से डीएम अदिति सिंह द्वारा शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। इस प्रस्तावों में गुलावठी को तहसील बनाकर स्याना तहसील के साथ हापुड़ में जोड़े जाने का भी प्रस्ताव था। मेरठ के भी एक बड़े हिस्से को इसमें जोड़ा जाना था। मुख्यमंत्री की अनुमति के लिए यह प्रस्ताव शासन में लंबित है। इसके अलावा इस मामले में बुलंदशहर जनपद के कुछ लेखपालों ने सीमा विस्तार की कुछ भौगोलिक जटिलताओं के संबंध में आपत्ति जताई थी। इसके बाद इन आपत्तियों का निस्तारण कर प्रस्ताव को दोबारा शासन को भेजने की योजना है। इसकी पुष्टि करते हुए डीएम अनुज सिंह ने बताया कि बुलंदशहर के कुछ गांवों को हापुड़ में शामिल किए जाने के संबंध में लेखपालों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस मामले में कुछ भौगोलिक अड़चनें भी हैं। इसके लिए मेरठ में मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक होगी। जो भी अड़चनें होंगी उनका भी समाधान हो
मुख्यमंत्री से मिल चुका है सीमा विस्तार का आश्वासन
जिले की सीमा विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री से भी आश्वासन मिल चुका है। सदर विधायक विजयपाल आढ़ती इस मुद्दे पर जून में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले थे। जिसमें मुख्यमंत्री ने इस मामले में सकारात्मक रुख दिखाया है। विधायक विजयपाल आढ़ती ने बताया कि इस मुद्दे के लेकर मुख्यमंत्री का ठोस आश्वासन मिला था। जो भी दिक्कतें आ रही हैं, उन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से दूर कराकर सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं।
इन क्षेत्रों को हापुड़ में किया जाना है शामिल
मेरठ जनपद के खरखौदा विकास खंड के 27 गांव, धीरखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया, मेरठ के विकास खंड माछरा के 14 गांव, जनपद बुलंदशहर की तहसील स्याना और विकास खंड बीबीनगर, अगौता और गुलावठी क्षेत्र के 36 गांव शामिल हैं।