सहारनपुर। देवबंद में नौवीं कक्षा के छात्र प्रियांशु का शव मिलने के दूसरे दिन भी ग्रामीणों का गुस्सा देखने को मिला। रविवार को प्रियांशु का अंतिम संस्कार कर वापस लौट रहे ग्रामीणों ने जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस को लाठियां बरसा कर भीड़ को तितर बितर करना पड़ा। इसमें चार महिलाओं सहित छह लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है।
रविवार की दोपहर अनिल के 15 वर्षीय बेटे प्रियांशु का शव पोस्टमार्टम होकर दुगचाड़़ी गांव पहुंचे तो वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सुरक्षा की दृष्टि से सीओ रामकरण और इंस्पेक्टर एचएन सिंह काफी संख्या में पुलिस बल के साथ वहां पहले से मौजूद थे। शाम करीब चार बजे प्रियांशु का अंतिम संस्कार किया गया। बताया गया है कि इस दौरान जब ग्रामीणों वापस लौट रहे थे लोगों ने जाम लगाने का प्रयास किया। जिस पर ग्रामीणों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई।
भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां बरसानी पड़ी। जिससे देवबंद-रुड़की मार्ग पर अफरा तफरी का माहौल बन गया। बताया गया है इसमें मृतक प्रियांशु की ननिहाल पक्ष की काजल, लाली देवी, राखी, कौशल सहित अंकुश और कार्तिक घायल हुए हैं। लाठियां फटकारने की वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। जिसमें पुरुष पुलिसकर्मी महिलाओं को सड़क से हटाने के लिए उन्हें हाथ पकड़कर घसीटते हुए नजर आ रहे हैं।
उधर, जानकारी मिलने पर लोकनिर्माण विभाग राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह काफी समय बाद मौके पर पहुंचे और गुस्साए ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। ग्रामीणों द्वारा प्रियांशु के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर राज्यमंत्री ने उन्हें तीन दिन का समय दिया है। साथ ही महिलाओं पर लाठियां फटकारने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध भी जांच उपरांत कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीण घरों को गए। अहतियातन गांव के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है।
यह था मामला
दुगचाड़ी गांव का नौवीं कक्षा का छात्र प्रियांशु 17 जुलाई को घर से बाहर निकला। जिसके बाद वापस नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तलाश में जुटी पुलिस को प्रियांशु की लाश दुगचाड़ी-मिरगपुर गांव के बीच से होकर जा रहे नाले में पड़ी मिली थी। जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया था। परिजनों ने प्रियांशु की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी।