बस्ती। सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में नदी के जलस्तर में करीब चार सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इसके चलते तटबंध पर दबाव बढ़ गया है।
केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार सरयू नदी खतरे के निशान 92.73 मीटर से 25 सेमी ऊपर 92.98 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। सोमवार को यह 21 सेमी. ऊपर थी। जलस्तर बढ़ने से अशोकपुर के कई टोले, श्रीराम पुरवा, भुवरिया, आंशिक टेड़वा, बिसुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती की तरफ बाढ़ का पानी बढ़ने लगा है।
तटबंध और नदी के बीच बसे आंशिक टेढवा, विशुनदापुर की अनुसूचित बस्ती, खजांचीरपुर का एक पुरवा, अशोकपुर ग्राम पंचायत के कई पुरवे, भुअरिया, बरदिया लोहार ग्राम पंचायत के दक्षिण बसा पुरवा आदि गांवों की तरफ नदी पानी तेजी से बढ़ रहा है। यदि जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो ये गांवों जल्द पानी भर जाएगा। पानी किशुनपुर-मोजपुर रिंगबाध के करीब पहुंच चुका है।
कटरिया-चांदपुर तटबंध पर पानी का दबाव बना हुआ है। गौरा-सैफाबाद तटबंध पर टकटकवा से लेकर दलपतपुर गांव तक पानी तेज दबाव बनाए हुए है। बारिश से तटबंध पर रेनकट बढ़ गए हैं। गौरा-सैफाबाद तटबंध के सामने भनखरपुर गांव के पास खेती की जमीन पर कटान हो रहा है। दिन में करीब तीन बजे कटरिया-चांदपुर तटबंध पर खलवा के पास स्थित कटर का कुछ हिस्सा पानी के चलते क्षतिग्रस्त हो गया।
बाढ़खंड कटर की मरम्मत में जुटा है। बाढ़खंड की चौकी से सीसीटीवी की मदद से संवेदनशील तटबंध पर निगरानी की जा रही है। अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ गया है लेकिन खतरे जैसे हालात अभी नहीं हैं। सहायक अभियंता और अवर अभियंताओं को निगरानी के लिए लगाया गया है।
सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है। जलस्तर बढ़ने से ठोकरों एवं स्परों पर दबाव बढ़ा हुआ है। तहसीलदार हर्रैया चंद्रभूषण प्रताप ने बताया कि जिन गांव में चारे का संकट है उन गांवों में राजस्व टीम भेजकर सर्वे कराकर जल्द ही चारे की व्यवस्था करा दी जाएगी।