
लखनऊ। कानपुर के कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस मुठभेड़ में मरे भले डेढ़ साल हो गए है, लेकिन उसके साथ जुड़े लोगों के काले चिट्टे अभी भी निकल कर सामने आ रहे हैं, कानपुर प्रशासन ने विकास दुबे के सहयोगी रहे असलहा बाबू को बर्खास्त कर दिया, इस बाबू ने विकास दुबे की लाइसेंसी बन्दूक वाली पूरी फ़ाइल ही गायब कर दी।
इतना ही नहीं उसने विकास दुबे के साथ पूर्व मंत्री कमलरानी वरुण और 173 अन्य लोगों की पूरी फाइलें ही गायब कर दी। 2 जुलाई 2020 को विकास दुबे ने अपने अवैध हथियारों के बल अपने बिकरू गांव में एक साथ आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर डाली थी, इसके बाद 10 जुलाई को एनकांउटर में उसे मार गिराया गया था।
पुलिस ने जब विकास दुबे की कुंडली खंगाली तो पता चला कि इतने बड़े हिस्ट्रीशीटर के नाम एक बन्दुक का लाइसेंस भी बना है। इसकी फ़ाइल जब तलाश की गई तो विकास दुबे की फाइल वाला पूरा बंडल ही गायब मिला। इस पर प्रशासन ने एक स्पेशल जांच कमेटी बैठा दी है।